Haryana News: CM सैनी का मास्टरस्ट्रोक, राखीगढ़ी को मिली 20 करोड़ की सौगात

Haryana News: हरियाणा के हृदयस्थल में बसी प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता की धरोहर राखीगढ़ी अब एक नए युग की ओर अग्रसर है। हरियाणा के मुख्यमंत्री Nayab Singh Saini ने हाल ही में राखीगढ़ी में 20 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित तीन महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें आधुनिक सुविधाओं से युक्त विश्रामगृह, छात्रावास और कैफेटेरिया शामिल हैं, जो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों और विद्यार्थियों के लिए एक अनूठा अनुभव प्रदान करेंगे।
इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री Gajendra Singh Shekhawat, हरियाणा के विरासत और पर्यटन मंत्री Dr. Arvind Sharma, और लोक निर्माण व जन-स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री Ranbir Gangwa भी उपस्थित रहे। इस मौके पर राखीगढ़ी पर आधारित एक विशेष पुस्तिका का विमोचन भी किया गया, जो इस स्थल की समृद्ध विरासत को उजागर करती है।
राखीगढ़ी में पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाएं
मुख्यमंत्री Nayab Singh Saini ने बताया कि राखीगढ़ी में निर्मित 17 कमरों वाला विश्रामगृह पर्यटकों को आरामदायक और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगा। इसके साथ ही, 13 डोरमैट्री वाला छात्रावास विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए बनाया गया है, जो प्राचीन सभ्यता के अध्ययन के लिए यहां आते हैं। कैफेटेरिया और डाइनिंग हॉल की सुविधा पर्यटकों को स्थानीय और वैश्विक स्वाद का आनंद लेने का अवसर देगी। ये सुविधाएं न केवल पर्यटन को बढ़ावा देंगी, बल्कि राखीगढ़ी को वैश्विक स्तर पर पुरातात्विक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करेंगी।
हड़प्पा काल की धरोहर का प्रदर्शन
इस अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी में हड़प्पा काल की अनमोल वस्तुओं का प्रदर्शन किया गया। पुरातत्व और संग्रहालय विभाग द्वारा लगाई गई इस प्रदर्शनी में टेराकोटा खिलौने, छकड़ा गाड़ी का पहिया, दीए, मालाएं और मनके जैसी वस्तुएं प्रदर्शित की गईं। केंद्रीय मंत्री Gajendra Singh Shekhawat और मुख्यमंत्री ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया और राखीगढ़ी की सांस्कृतिक समृद्धि की सराहना की। ये अवशेष सिन्धु घाटी सभ्यता की उन्नत जीवनशैली और कला को दर्शाते हैं, जो लगभग 8000 वर्ष पुरानी है।
राखीगढ़ी को विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र बनाने की योजना
उद्घाटन के बाद, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने राखीगढ़ी के विकास को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में राखीगढ़ी को पर्यटन और पुरातात्विक अध्ययन के वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना पर चर्चा हुई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि संग्रहालय और व्याख्यान केंद्र का निर्माण कार्य जल्द पूरा किया जाए। साथ ही, पुरातात्विक स्थलों पर शेड निर्माण और उत्खनन कार्य को सालभर निर्बाध रूप से चलाने की योजना बनाई गई। लाइटिंग, पार्किंग और अन्य सुविधाओं के लिए भी विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया गया।
केंद्रीय मंत्री Gajendra Singh Shekhawat ने बताया कि 1960 के दशक से राखीगढ़ी में हुई खुदाई से प्राप्त अवशेष भारत की सभ्यता को विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक साबित करते हैं। उन्होंने हरियाणा सरकार की इस दिशा में किए गए प्रयासों की सराहना की और कहा कि अगले दो वर्षों में राखीगढ़ी और हिसार की अन्य पुरातात्विक साइट Agroha को एकीकृत रूप से विकसित किया जाएगा। यह सिन्धु-सरस्वती सभ्यता का एक प्रमुख केंद्र बनेगा।
हरियाणा की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाइयां
राखीगढ़ी का विकास न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि यह भारत की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर ले जाएगा। हरियाणा सरकार की यह पहल स्थानीय समुदाय के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। Gajendra Singh Shekhawat ने कहा कि राखीगढ़ी में किए गए कार्यों की गुणवत्ता और योजना प्रशंसनीय है। यह स्थल इतिहासकारों, पुरातत्वविदों और पर्यटकों के लिए एक अनमोल खजाना है।