Haryana News : तेज रफ्तार पर लगेगी लगाम, हरियाणा सरकार ने उठाया बड़ा कदम

Haryana News : हरियाणा की सड़कों को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, राज्य सरकार ने आईआईटी मद्रास के साथ हाथ मिलाया है। दोनों के बीच डेटा आधारित सड़क सुरक्षा उपायों के लिए दो साल का एक नया समझौता हुआ है। यह साझेदारी न सिर्फ तकनीक के सहारे दुर्घटनाओं को कम करने की कोशिश है, बल्कि लोगों की जान बचाने का एक मजबूत इरादा भी है। आइए जानते हैं कि यह पहल आपके लिए क्या लेकर आई है।
समझौते का शुभारंभ और सड़क सुरक्षा की नई उम्मीद
इस समझौते का अनावरण हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी और आईआईटी मद्रास के सड़क सुरक्षा उत्कृष्टता केंद्र (CoERS) के प्रमुख प्रोफेसर वेंकटेश बालासुब्रमण्यम की मौजूदगी में हुआ। इस मौके पर परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक खेमका और स्वास्थ्य विभाग के सुधीर राजपाल जैसे बड़े अधिकारी भी शामिल थे। यह साझेदारी ‘संजय’ जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करेगी, जो दुर्घटना के आंकड़ों का विश्लेषण कर सटीक हस्तक्षेप की योजना बनाता है। यह तकनीक हरियाणा की सड़कों पर एक नई क्रांति ला सकती है।
सड़क दुर्घटनाओं से जंग: नई रणनीतियां और कार्य समूह
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने एक बैठक में सड़क हादसों में जान गंवाने की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई। उन्होंने व्यावहारिक कदम उठाने के लिए एक कार्य समूह बनाने का सुझाव दिया। साथ ही, परिवहन और स्वास्थ्य विभाग को राजमार्गों के पास ट्रॉमा सेंटरों को बेहतर करने का निर्देश दिया। उनका कहना था कि आपातकालीन प्रतिक्रिया में तेजी लाकर कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। बैठक में यह भी सामने आया कि 2022 से सड़क हादसों में मौतें कम हुई हैं, लेकिन तेज रफ्तार अब भी सबसे बड़ी वजह बनी हुई है।
तकनीक और निगरानी से हादसों पर लगाम
सरकार ने तेज रफ्तार और हादसों से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। प्रमुख राजमार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी बढ़ाई जा रही है और ई-चालान का दायरा भी विस्तार हो रहा है। इसके अलावा, पुलिस, चिकित्सा और परिवहन विभागों के बीच बेहतर तालमेल पर जोर दिया गया है। रस्तोगी ने कहा कि दुर्घटना के बाद पीड़ितों को जल्दी अस्पताल पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। सड़क सुरक्षा के ‘5 ई’—शिक्षा, इंजीनियरिंग, कानून लागू करना, आपात देखभाल और सहानुभूति—को इस मिशन का आधार बनाया गया है।
पीड़ितों के लिए राहत: कैशलेस इलाज की सुविधा
हरियाणा सरकार ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए एक खास योजना शुरू की है। अगर हादसे के 24 घंटे के भीतर पुलिस को सूचना दी जाती है, तो पीड़ित को सात दिनों तक 1.5 लाख रुपये का कैशलेस इलाज मिलेगा। यह कदम न सिर्फ लोगों का भरोसा बढ़ाएगा, बल्कि आपात स्थिति में उनकी जान भी बचाएगा। इसके साथ ही, पुलिस प्रशिक्षण और व्यवहार परिवर्तन पर भी ध्यान दिया जा रहा है, ताकि सड़क सुरक्षा का संदेश हर नागरिक तक पहुंचे।