Haryana News: अब बदलेगी किसानों की किस्मत! हरियाणा सरकार की नई स्कीम से मिलेगा सीधा फायदा

Haryana News: हरियाणा में ड्रोन तकनीक के जरिए खेती में क्रांति की शुरुआत हो रही है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ड्रोन इमेजिंग के माध्यम से फसलों की बीमारियों की पहचान के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इस प्रोजेक्ट में आलू, चना, कपास, धान और सब्जियों पर ध्यान दिया जाएगा।
Haryana News: अब बदलेगी किसानों की किस्मत! हरियाणा सरकार की नई स्कीम से मिलेगा सीधा फायदा

Haryana News: हरियाणा के किसानों के लिए एक नई सुबह की शुरुआत हो रही है। अब उनकी फसलों की बीमारियों का पता लगाने के लिए आधुनिक ड्रोन तकनीक का सहारा लिया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए अधिकारियों को ड्रोन आधारित पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

यह पहल न केवल खेती को और आधुनिक बनाएगी, बल्कि किसानों की मेहनत को भी नया आयाम देगी। आइए, इस खास पहल के बारे में विस्तार से जानते हैं।

ड्रोन तकनीक: खेती में नया युग

चंडीगढ़ में हाल ही में हुई ड्रोन इमेजिंग एंड इन्फॉर्मेशन सर्विसेज ऑफ हरियाणा लिमिटेड की नौवीं बोर्ड बैठक में मुख्यमंत्री सैनी ने ड्रोन तकनीक को खेती और आपदा प्रबंधन में गेम-चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि यह तकनीक न केवल फसलों की सेहत की निगरानी करेगी, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं के समय भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

इस प्रोजेक्ट के पहले चरण में चार प्रमुख फसलों—आलू, चना, कपास और धान—के साथ-साथ सब्जियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह पहल हरियाणा के किसानों को नई तकनीक से जोड़ने और उनकी आय बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

ड्रोन दीदी योजना: महिलाओं को सशक्त बनाने की पहल

मुख्यमंत्री ने इस बैठक में ‘ड्रोन दीदी योजना’ को और तेज करने के निर्देश दिए। इस योजना के तहत महिला किसानों को ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे इस तकनीक का उपयोग अपनी खेती में कर सकें। यह न केवल ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि खेती में तकनीकी नवाचार को भी बढ़ावा देगा।

मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए ड्रोन से जीवामृत छिड़काव की संभावनाओं पर जोर दिया। यह कदम पर्यावरण के अनुकूल खेती को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।

किसानों के लिए विशेष प्रशिक्षण

इस प्रोजेक्ट की सफलता के लिए किसानों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाना जरूरी है। मुख्यमंत्री सैनी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को ड्रोन तकनीक के उपयोग के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाए। यह प्रशिक्षण उन्हें न केवल ड्रोन संचालन में निपुण बनाएगा, बल्कि फसलों की बीमारियों की पहचान और उनके उपचार में भी मदद करेगा।

यह पहल छोटे और मध्यम किसानों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी, जो अब तक आधुनिक तकनीकों से वंचित रहे हैं।

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