Haryana News : 7 युवकों ने मिलकर कर दी Teacher की हत्या! वजह जानकर दिल दहल जाएगा

Haryana News : हरियाणा में अपराध की आग थमने का नाम नहीं ले रही। आए दिन खून-खराबे की खबरें सुर्खियां बटोर रही हैं। पहले योगा टीचर की हत्या ने लोगों को झकझोरा था, और अब सोनीपत के गोहाना इलाके में एक और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। कसांडी गांव में एक निजी स्कूल के शिक्षक संदीप की बेरहमी से हत्या कर दी गई।
बदमाशों ने लाठी-डंडों से उनकी ऐसी पिटाई की कि इलाज के दौरान खानपुर पीजीआई में उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन यह घटना हरियाणा में बढ़ते अपराध के ग्राफ की डरावनी तस्वीर पेश करती है।
पैसे का लेन-देन बना मौत की वजह
संदीप के परिवार का कहना है कि यह हत्या महज एक छोटे से विवाद की देन थी। उनके बेटे ने गांव के ही मोनू उर्फ धोला नामक युवक को अपने क्रेडिट कार्ड से 35 हजार रुपये उधार दिए थे। संदीप ने 30 हजार रुपये वापस कर दिए थे, लेकिन बाकी 5 हजार रुपये को लेकर दोनों के बीच तनातनी चल रही थी।
परिजनों के मुताबिक, संदीप बार-बार बचे हुए पैसे मांग रहा था, जिससे नाराज मोनू ने अपने 7-8 साथियों के साथ मिलकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। लाठी-डंडों से पीट-पीटकर संदीप को मौत के घाट उतार दिया गया। यह सुनकर हर कोई हैरान है कि इतनी छोटी रकम के लिए कोई इंसान की जान कैसे ले सकता है।
जिम से लौटते वक्त हुआ हमला
एसीपी ऋषिकांत ने बताया कि संदीप कसांडी गांव का रहने वाला था और एक प्राइवेट स्कूल में गणित पढ़ाता था। घटना वाले दिन वह शाम को गांव के पास जिम गया था। वापस लौटते वक्त रास्ते में बदमाशों ने उस पर हमला बोल दिया। लाठी-डंडों से की गई इस बर्बर पिटाई ने संदीप को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
उसे तुरंत खानपुर पीजीआई ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और कई संदिग्धों के नाम भी सामने आए हैं। शुरुआती जांच में पैसे के लेन-देन को ही इस हत्याकांड की जड़ बताया जा रहा है।
हरियाणा में अपराध की बढ़ती चुनौती
यह घटना सिर्फ एक हत्या की कहानी नहीं, बल्कि हरियाणा में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है। पिछले कुछ महीनों में हत्याओं और हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे आम लोग दहशत में हैं। संदीप जैसे मेहनती और पढ़े-लिखे नौजवान की जान का इस तरह चले जाना समाज के लिए चिंता का विषय है। पुलिस का दावा है कि वह जल्द ही आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाएगी, लेकिन सवाल यह है कि ऐसी वारदातें रुकेंगी कब? लोगों को अब सख्त कदमों और बेहतर सुरक्षा की उम्मीद है।