Haryana News : डंकी रूट से गए युवाओं की वापसी पर हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस

Haryana News In Hindi : अमेरिका से डिपोर्ट होकर लौटे युवाओं से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है, लेकिन अब तक किसी ने एजेंटों के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई है। वहीं, विदेश मंत्रालय जल्द ही इनका रिकॉर्ड खंगाल सकता है। 
Haryana News : डंकी रूट से गए युवाओं की वापसी पर हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस
डीएसपी सुशील प्रकाश ने बताया कि डिपोर्ट होकर लौटे युवाओं में से किसी ने भी अब तक किसी एजेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई है। अगर कोई शिकायत मिलती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं, विदेश मंत्रालय द्वारा किसी जांच टीम के आने की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

कैथल: हाल ही में अमेरिका से डिपोर्ट होकर लौटे युवाओं के मामले में जिला पुलिस प्रशासन ने विशेष जांच टीमों का गठन कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। एसपी राजेश कालिया के निर्देश पर पुलिस ने इन युवाओं से मुलाकात की, लेकिन अब तक किसी भी व्यक्ति ने अवैध रूप से विदेश भेजने वाले एजेंटों के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई है।

अब तक नहीं बनी एजेंटों की सूची

सरकार ने पुलिस को निर्देश दिए थे कि वे डंकी रूट (अवैध तरीके से विदेश जाने का मार्ग) से गए युवाओं को विदेश भेजने वाले एजेंटों की सूची तैयार करें। हालांकि, कैथल जिले में कोई अधिकृत एजेंट न मिलने के कारण यह सूची अब तक नहीं बनाई जा सकी है।

विदेश मंत्रालय करेगा रिकॉर्ड की जांच

सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय जल्द ही डिपोर्ट किए गए युवाओं का रिकॉर्ड खंगालेगा। इस जांच में यह पता लगाया जाएगा कि विदेश जाने से पहले इनमें से कोई युवक किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल था या नहीं। हालांकि, अभी तक इस संबंध में प्रशासन को कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि मंत्रालय जांच के लिए गुप्तचर एजेंसियों की मदद लेगा या किसी विशेष टीम को भेजा जाएगा।

कैथल जिले के 11 युवाओं और एक महिला का नाम डिपोर्ट होने वालों में शामिल

अमेरिका से लौटे डिपोर्टेड नागरिकों की सूची में कैथल जिले के 11 युवाओं और एक महिला का नाम शामिल है। इनमें से सात युवक भारत लौट चुके हैं, जबकि चार अन्य को 17 फरवरी तक डिपोर्ट किए जाने की संभावना है।

अमेरिका में गोली मारने से युवक की मौत का दावा

इस बीच, कैथल के मटौर गांव के युवक मलकीत की अमेरिका में गोली लगने से मौत होने का मामला सामने आया है। मलकीत के परिजनों ने सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के आधार पर दावा किया है कि अमेरिका के बॉर्डर पर डोंकरों (मानव तस्करों) या वहां की पुलिस ने उसे गोली मार दी। हालांकि, प्रशासन ने अभी इस मामले की पुष्टि नहीं की है।

पुलिस का बयान

डीएसपी सुशील प्रकाश ने बताया कि डिपोर्ट होकर लौटे युवाओं में से किसी ने भी अब तक किसी एजेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई है। अगर कोई शिकायत मिलती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं, विदेश मंत्रालय द्वारा किसी जांच टीम के आने की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

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