Haryana News : हरियाणा बनेगा भारत का अगला मैन्युफैक्चरिंग हब, मुख्यमंत्री सैनी ने किया बड़ा ऐलान!

Haryana News : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम में उद्योग जगत से कहा कि हरियाणा मैन्युफैक्चरिंग हब बनेगा। 2025 बजट में उद्योगों के लिए 1848 करोड़ रुपये, 300 श्रमिक कैंटीन, और 10 नए औद्योगिक टाउनशिप की योजना। स्टार्टअप और पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर।
Haryana News : हरियाणा बनेगा भारत का अगला मैन्युफैक्चरिंग हब, मुख्यमंत्री सैनी ने किया बड़ा ऐलान!

Haryana News : चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक नया विजन पेश किया है, जो राज्य को औद्योगिक क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। गुरुग्राम के मानेसर में भारतीय कॉर्पोरेट मामले संस्थान में उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ बजट उपरांत बैठक में उन्होंने हरियाणा को मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने का संकल्प दोहराया। यह सिर्फ एक वादा नहीं, बल्कि एक ऐसी रणनीति है, जो हरियाणा को वैश्विक निवेशकों की पहली पसंद बनाने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है।

उद्योग और श्रमिक कल्याण: एक नया दौर

पिछले दस वर्षों में हरियाणा ने उद्योग अनुकूल नीतियों और श्रमिक कल्याण योजनाओं के दम पर भारत के सबसे प्रगतिशील औद्योगिक केंद्रों में अपनी जगह बनाई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार के बजट में उद्योग और वाणिज्य विभाग के लिए 1848 करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान किया गया है, जो पिछले साल की तुलना में 129% ज्यादा है।

यह बजट न केवल उद्योगों को बढ़ावा देगा, बल्कि निर्माण, टेक्सटाइल और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों को भी नई दिशा देगा। उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने बजट में उनके सुझावों को शामिल करने के लिए सरकार का आभार जताया, जो सरकार और उद्योगों के बीच मजबूत सहयोग को दर्शाता है।

श्रमिकों के लिए नई पहल

हरियाणा सरकार ने श्रमिकों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सभी औद्योगिक क्षेत्रों में 300 अटल किसान श्रमिक कैंटीन खोली जाएंगी, जहां श्रमिकों को किफायती दामों पर पौष्टिक भोजन मिलेगा। यह पहल न केवल श्रमिकों की सेहत का ख्याल रखेगी, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगी। इसके अलावा, आवासीय सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए भी सरकार ने ठोस योजनाएं बनाई हैं।

मेक इन हरियाणा: आत्मनिर्भर भारत का सपना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण को हरियाणा ने अपने औद्योगिक नीतियों का आधार बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा की भौगोलिक स्थिति इसे दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से जोड़ती है, जो इसे लॉजिस्टिक्स और उपभोक्ता बाजार के लिए आदर्श बनाती है।

जीएसटी संग्रह में हरियाणा देश में पांचवें स्थान पर है, जो इसकी औद्योगिक प्रगति का प्रमाण है। हरियाणा एंटरप्राइजेज एंड एम्प्लॉयमेंट पॉलिसी 2020 और ऑनलाइन सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम जैसे कदमों ने निवेशकों के लिए कारोबारी माहौल को और आसान बनाया है। इस सिस्टम के तहत 15 दिनों में मंजूरी और 30 दिनों में कमियों को दूर करने की सुविधा दी जा रही है।

नए औद्योगिक टाउनशिप और स्टार्टअप्स

हरियाणा सरकार ने आईएमटी खरखौदा की तर्ज पर 10 नए औद्योगिक मॉडल टाउनशिप विकसित करने की योजना बनाई है। ये टाउनशिप विश्वस्तरीय स्मार्ट औद्योगिक पार्क के रूप में उभरेंगे, जो भविष्य की जरूरतों को पूरा करेंगे। इसके लिए एचएसआईआईडीसी ने ई-भूमि पोर्टल पर जमीन पंजीकरण शुरू कर दिया है। साथ ही, हर औद्योगिक एस्टेट में इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जो युवा उद्यमियों को स्टार्टअप शुरू करने के लिए संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। यह कदम हरियाणा को स्टार्टअप हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

पर्यावरण और उद्योग: एक साथ कदम

उद्योग और वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने उद्योग जगत से पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने की अपील की। उन्होंने पॉलीथिन के खतरे को रेखांकित करते हुए वैकल्पिक पैकेजिंग समाधानों पर जोर दिया। अगले छह महीनों में सभी औद्योगिक संपदाओं में सड़क, सीवरेज और स्वच्छता जैसे बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने का काम पूरा हो जाएगा, जिससे औद्योगिक क्षेत्रों की तस्वीर बदल जाएगी।

हरियाणा का भविष्य: उज्ज्वल और समृद्ध

मुख्यमंत्री ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के प्रकाश पर्व पर उद्योग जगत को शुभकामनाएं दीं और उनके बलिदान को याद किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का सपना वर्ष 2047 तक विकसित भारत का है, और हरियाणा इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह बैठक न केवल सरकार और उद्योगों के बीच सहयोग का प्रतीक थी, बल्कि हरियाणा के उज्ज्वल भविष्य की नींव भी रखती है।

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