भोजन को लेकर महायज्ञ में झगड़ा, लाठीचार्ज और गोलीबारी से मचा हड़कंप

कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र में हाल ही में आयोजित एक महायज्ञ (Mahayagya) ने उस समय सुर्खियां बटोर लीं, जब वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने गोली चला दी और एक ब्राह्मण को घायल कर दिया। इस घटना ने पूरे माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। देखते ही देखते भीड़ में अफरा-तफरी मच गई और कार्यक्रम खत्म होने के बाद भगदड़ (Stampede) का मंजर देखने को मिला।
सूत्रों के मुताबिक, इस हादसे में 3 से 4 ब्राह्मण घायल (Injured Brahmins) हो गए, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज (Lathicharge) का सहारा लेना पड़ा। यह घटना अब चर्चा का विषय बन चुकी है और लोग इसे लेकर कई सवाल उठा रहे हैं।
विवाद की जड़ क्या थी? प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह सब खाने (Food Dispute) को लेकर शुरू हुआ। कुछ ब्राह्मणों ने आयोजकों पर इल्जाम लगाया कि उन्हें खराब और बासी खाना (Spoiled Food) परोसा गया। इस बात को लेकर बहस बढ़ी और जल्द ही हाथापाई की नौबत आ गई। स्थिति बेकाबू होने पर सुरक्षाकर्मियों ने फायरिंग (Firing Incident) शुरू कर दी, जिसमें एक ब्राह्मण को गोली लग गई। इस घटना ने कुरुक्षेत्र (Kurukshetra) में हड़कंप मचा दिया और लोगों में गुस्सा भड़क उठा।
पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में करने की कोशिश की। लेकिन जब भीड़ पर काबू नहीं हुआ, तो लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद शहर में सुरक्षा व्यवस्था (Security Measures) को सख्त कर दिया गया, ताकि शांति बनी रहे और कोई और अप्रिय घटना (Untoward Incident) न हो। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि वह इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई (Strict Action) की जाएगी।
इस घटना से ब्राह्मण समाज (Brahmin Community) में भारी नाराजगी देखी जा रही है। उनका आरोप है कि उनकी शिकायतों को अनसुना कर दिया गया और उनके साथ मारपीट (Violence) की गई। घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल (Local Hospital) में चल रहा है और पुलिस ने मामले की गहन जांच (Investigation) शुरू कर दी है। ब्राह्मण समाज का कहना है कि यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि उनके सम्मान पर हमला है।
प्रशासन ने सफाई दी कि स्थिति अब नियंत्रण में है और जांच पूरी होने के बाद सच सामने आएगा। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम (Concrete Steps) उठाए जाएंगे। यह महायज्ञ, जो पवित्रता और एकता का प्रतीक माना जाता है, अब सुरक्षा (Safety) और व्यवस्था (Management) जैसे मुद्दों पर सवाल खड़े कर रहा है।
कुरुक्षेत्र की इस घटना ने समाज में बढ़ती अशांति (Social Unrest) और असहिष्णुता (Intolerance) को भी उजागर किया है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि प्रशासन इसे कैसे संभालता है और आगे क्या कदम उठाता है।