Rohtak Murder Case : बेरहमी की हद! पति ने पत्नी के प्रेमी को गड्ढे में जिंदा दफनाया, ऐसे हुआ खुलासा

Rohtak Murder Case : रोहतक हत्याकांड में राजकरण ने पत्नी के प्रेमी जगदीप को जिंदा दफनाया। पैंतावास गांव में गड्ढा खुदवाकर अपहरण के बाद बेरहमी से पीटा और हत्या की। पुलिस ने तफ्तीश कर खुलासा किया। हरियाणा क्राइम की यह घटना रिश्तों में धोखे की खौफनाक तस्वीर पेश करती है।
Haryana News : बेरहमी की हद! पति ने पत्नी के प्रेमी को गड्ढे में जिंदा दफनाया, ऐसे हुआ खुलासा

Rohtak Murder Case : हरियाणा के रोहतक में एक ऐसा हत्याकांड सामने आया है, जो दिल दहला देने के साथ-साथ इंसानी रिश्तों की कड़वी सच्चाई को उजागर करता है। यह कहानी सिर्फ खूनखराबे की नहीं, बल्कि प्यार में धोखे और गुस्से की आग में जलते एक शख्स की है। यहां एक पति ने अपनी पत्नी के कथित प्रेमी को न सिर्फ बेरहमी से पीटा, बल्कि उसे जिंदा गड्ढे में दफना दिया। पुलिस ने इस मामले को सुलझाने के लिए दिन-रात मेहनत की और आखिरकार सच सामने ला दिया।

गांव की चर्चा से शुरू हुई तफ्तीश

पैंतावास गांव में करीब 20 दिन पहले एक अफवाह उड़ी कि रोहतक के किसी युवक को अगवा कर जिंदा दफन कर दिया गया है। यह बात किसी ग्रामीण के कानों तक पहुंची और उसने फौरन पुलिस को सूचना दी। हरियाणा पुलिस ने इस सूचना को हल्के में नहीं लिया। रोहतक के बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी में फिजियोथेरेपिस्ट रहे जगदीप की गुमशुदगी की गुत्थी इसी चर्चा से सुलझी। एएसपी वाईवीआर शशी शेखर ने बताया कि एक गुमनाम फोन कॉल ने इस हत्याकांड को उजागर करने में अहम भूमिका निभाई।

पुलिस ने कैसे जोड़ी सच का कड़ी?

पुलिस की सीआईए टीम ने इस मामले में अपनी सूझबूझ दिखाई। पहले तो टीम ने पूरे जिले में अपहरण की घटनाओं की छानबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। फिर एक और कॉल आई, जिसमें बताया गया कि ढाई महीने पहले रोहतक से अगवा एक युवक की हत्या कर उसका शव चरखी दादरी के पैंतावास गांव में दफनाया गया है। इसके बाद पुलिस ने लापता लोगों की फाइलें खंगालीं और जगदीप का नाम सामने आया। टीम ने जगदीप के परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों से पूछताछ शुरू की। हर कदम पर सच की एक-एक परत खुलती चली गई।

हत्यारे तक कैसे पहुंची पुलिस?

पैंतावास गांव के राजकरण पर पुलिस को शक हुआ। उसकी हर हरकत पर नजर रखी गई, लेकिन वह पुलिस की भनक लगते ही अपने साथी अमित के साथ फरार हो गया। मगर हरदीप नाम का एक आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पूछताछ में उसने कबूला कि उसने जगदीप के साथ मारपीट की थी, लेकिन हत्या में उसका हाथ नहीं था। हरदीप के बयान से धर्मपाल का नाम सामने आया। पुलिस ने धर्मपाल को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की। आखिरकार उसने सच उगल दिया कि जगदीप को जिंदा दफनाया गया था।

प्यार और बदले की साजिश

इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड राजकरण था। उसे अपनी पत्नी और जगदीप की नजदीकियों का शक हो गया था। गुस्से में आग बबूला हुए राजकरण ने ठान लिया कि वह जगदीप को खत्म कर देगा। उसने अपने साथियों धर्मपाल और प्रदीप से नल लगाने के बहाने एक गड्ढा खुदवाया। 24 दिसंबर को वह अमित और हरदीप के साथ रोहतक की जनता कॉलोनी पहुंचा और शाम 8 बजे जगदीप का अपहरण कर लिया। इसके बाद उसे कार में बांधकर गांव के जंगल तक ले जाया गया। वहां उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। हरदीप ने हत्या से इनकार कर दिया, लेकिन राजकरण ने धर्मपाल को बुलाकर जगदीप को जिंदा ही गड्ढे में दफना दिया।

इंसाफ की उम्मीद

यह हत्याकांड न सिर्फ एक क्रूर अपराध की कहानी है, बल्कि समाज में रिश्तों की नाजुक डोर को भी दर्शाता है। पुलिस ने अपनी तफ्तीश से साबित कर दिया कि सच को ज्यादा देर तक छुपाया नहीं जा सकता। अब लोग उम्मीद कर रहे हैं कि दोषियों को सख्त सजा मिलेगी, ताकि भविष्य में कोई ऐसा खौफनाक कदम उठाने से पहले सौ बार सोचे।

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