‘वॉटर कैनन मैन’ नवदीप सिंह जलबेरा गिरफ्तार, रिमांड की जरूरत

अंबाला पुलिस ने गुरुवार को जलबेरा को मोहाली से गिरफ्तार किया था। बाद में हरियाणा पुलिस की अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) ने जलबेरा को दो दिन की हिरासत के लिए अदालत में पेश किया।
‘वॉटर कैनन मैन’ नवदीप सिंह जलबेरा गिरफ्तार, रिमांड की जरूरत

हरियाणा पुलिस ने फरवरी में किसानों के 'दिल्ली चलो' आंदोलन के दौरान दर्ज एक प्राथमिकी के सिलसिले में किसान कार्यकर्ता नवदीप सिंह जलबेरा को गिरफ्तार कर लिया है।

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मुक्ति मोर्चा ने 31 मार्च को बठिंडा के 21 वर्षीय किसान शुभकरण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए सभा आयोजित की है, जिससे पहले यह गिरफ्तारी की गई है। शुभकरण सिंह की 21 फरवरी को हरियाणा-पंजाब सीमा पर हुई झड़प में मौत हो गई थी।

अंबाला पुलिस ने गुरुवार को जलबेरा को मोहाली से गिरफ्तार किया था। बाद में हरियाणा पुलिस की अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) ने जलबेरा को दो दिन की हिरासत के लिए अदालत में पेश किया। पुलिस ने कहा कि जलबेरा को 13 फरवरी को हत्या के प्रयास और पुलिसकर्मियों पर हमले समेत अन्य अपराधों के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एक मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने अदालत को बताया कि आंदोलन में इस्तेमाल की गई उनकी कार और हथियारों का पता लगाने के लिए जलबेरा की रिमांड की जरूरत है।

कौन हैं नवदीप सिंह जलबेरा?

नवदीप  सिंह अंबाला के पास जलबेरा नामक गांव का निवासी है। नवंबर 2020 में निरस्त किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के दौरान पुलिस के पानी की बौछार करने वाले वाहन ‘वॉटर कैनन’ पर चढ़ने के बाद नवदीप ‘वॉटर कैनन मैन’ के तौर पर चर्चा में रहे हैं।

जलबेरा के वकील रोहित जैन ने कहा है कि पुलिस ने मामले  में उनके मुवक्किल सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एफआईआर में कई शीर्ष किसान नेताओं समेत 20 लोगों के नाम हैं। जैन ने कहा कि किसानों ने पुलिस द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों से इनकार किया है।

पंजाब और हरियाणा के बीच दो सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए किसानों ने हाल ही में कहा था कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी सहित अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र पर दबाव बनाने के लिए "दिल्ली चलो" मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं। पंजाब के किसान 13 फरवरी से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं।  

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