Uttar Pradesh : आजम खान के खिलाफ केस में नया मोड़, कोर्ट जा रहे मां-बेटे को तमंचे के बल पर धमकी

Uttar Pradesh : आजम खान और अब्दुल्ला आजम खान के खिलाफ गवाही देने जा रहे नदीम खान और उनकी मां को 8 अप्रैल 2025 को रास्ते में रोककर धमकी दी गई। तमंचे दिखाकर और बम से उड़ाने की धमकी देकर गवाही रोकने की कोशिश की गई। पुलिस अधीक्षक ने जांच शुरू की, लेकिन परिवार डर में जी रहा है।  
Azam Khan : आजम खान के खिलाफ केस में नया मोड़, कोर्ट जा रहे मां-बेटे को तमंचे के बल पर धमकी

Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर हंगामा मच गया है। समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान के खिलाफ कोर्ट में गवाही देने जा रहे एक मां-बेटे की जोड़ी को जान से मारने की धमकी मिली है। यह सनसनीखेज खुलासा पीड़ित बेटे नदीम खान ने खुद किया।

उनके मुताबिक, कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें और उनकी मां को रास्ते में रोककर न केवल गवाही देने से मना किया, बल्कि तमंचे दिखाकर डराया और बम से घर उड़ाने तक की धमकी दी। यह घटना न सिर्फ पीड़ित परिवार के लिए डरावनी है, बल्कि यह सवाल भी उठाती है कि क्या सच बोलने की कीमत अब जान से चुकानी पड़ रही है?

रास्ते में रोका, तमंचे दिखाए

नदीम खान ने बताया कि यह वाकया 8 अप्रैल 2025 को सुबह करीब 11 बजे का है। वह अपनी मां के साथ कोर्ट में तारीख पर जा रहे थे। रास्ते में अचानक कुछ बाइक सवारों ने उनकी कार को घेर लिया। नदीम के अनुसार, इन लोगों ने साफ शब्दों में कहा, “अगर तुमने आजम खान और अब्दुल्ला के खिलाफ गवाही दी, तो जान से मार देंगे।” इतना ही नहीं, एक शख्स ने तो बम से उनका घर उड़ाने की धमकी भी दी।

नदीम ने दावा किया कि वह एक हमलावर को पहचानते हैं, जिसके आधार पर उन्होंने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौंपा है। हालांकि, अभी तक पुलिस ने इस मामले में कोई औपचारिक FIR दर्ज नहीं की है।

पुलिस का रुख और जांच का इंतजार

इस मामले में पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र ने बताया कि शिकायत पत्र मिलने के बाद जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस की सुस्ती ने उनकी चिंता को और बढ़ा दिया है। नदीम और उनकी मां अब हर पल डर के साए में जी रहे हैं। उनका कहना है कि अगर पुलिस ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो उनकी जान को और बड़ा खतरा हो सकता है।

मामला कहां से शुरू हुआ?

इस पूरी घटना की जड़ 2023 में हुए शहर विधानसभा उपचुनाव में छिपी है। नदीम खान ने उस दौरान आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान पर वोटिंग को प्रभावित करने का गंभीर आरोप लगाया था। इस मामले में कोर्ट में सुनवाई चल रही है और 8 अप्रैल को इसी सिलसिले में नदीम और उनकी मां गवाही देने जा रहे थे। लेकिन रास्ते में मिली इस धमकी ने उनके हौसले को डिगा दिया है। नदीम का कहना है कि वह सच के साथ खड़े हैं, लेकिन अब उनकी जान को खतरा सता रहा है।

समाज में उठ रहे सवाल

यह घटना सिर्फ एक परिवार की कहानी नहीं, बल्कि समाज में सच बोलने की आजादी पर सवाल उठाती है। अगर गवाही देने वालों को इस तरह डराया जाएगा, तो क्या इंसाफ की उम्मीद बची रहेगी? नदीम और उनकी मां की हिम्मत को सलाम करने की जरूरत है, जो इतने बड़े दबाव के बावजूद सच का साथ दे रहे हैं। लेकिन अब सवाल यह है कि क्या पुलिस और प्रशासन उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएंगे?

आगे क्या होगा?

इस मामले ने न सिर्फ स्थानीय स्तर पर, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में चर्चा का माहौल बना दिया है। लोग सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा कर रहे हैं और पीड़ित परिवार के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर, आजम खान और उनके बेटे की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। यह देखना बाकी है कि पुलिस की जांच इस मामले में कितनी पारदर्शी और तेज होगी। फिलहाल, नदीम और उनकी मां की सुरक्षा सबसे बड़ा सवाल है, जिसका जवाब प्रशासन को जल्द देना होगा।

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