महज 22 साल की उम्र में IAS बनकर Simi karan ने पूरा किया अपना सपना, बताए तैयरी के बेहतर टिप्स

IAS Simi Karan Success Story: सिर्फ 22 साल की उम्र में सिमी बनीं आईएएस अधिकारी, सफलता की कहानी जानकर करेंगे सलाम
महज 22 साल की उम्र में IAS बनकर Simi karan ने पूरा किया अपना सपना, बताए तैयरी के बेहतर टिप्स

Union Public Service Commission के द्वारा आयोजित करवाया जाने वाल Civil Serbices Exam देशभर की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है जिसमें सफलता प्राप्त करना बिल्कुल नामुमकिन सी बात है। जो उम्मीदवार दिन और रात भूलकर लगातार मेहनत करते हैं तो केवल उन्हें ही सफलता प्राप्त हो पाती हैं।

आपने आज से पहले देश के अलग-अलग शहरों के बहुत से उम्मीदवारों की सफलता की कहानी सुनी होगी जिन्होंने UPSE Exam को पास करके अपने लक्ष्य को प्राप्त किया है।

जो सफलता की कहानी आज हम आपको बताने वाले हैं वह बिल्कुल अलग हैं, क्योंकि यह कहानी B.Tech Degree प्राप्त करने वाली एक लड़की की है जिसने UPSE Exam में सफलता प्राप्त करके अपने शहर का नाम देश भर में रोशन किया हैं। आगे हम आपको उड़ीसा की रहने वाली इस होनहार लड़की के बारे में पूरी जानकारी देते हैं ताकि आप भी इस बेटी की सफलता की कहानी जानकर प्रोत्साहित हो सकें।

वर्ष 2019 में हासिल की, Civil Service Exam में सफलता

जिस उड़ीसा की बेटी की बात हम कर रहे हैं उनका नाम Simi karan है यह मूल रूप से उड़ीसा की रहने वाली है। इन्होंने अपनी 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई छत्तीसगढ़ में रहकर की हैं। Simi karan पढ़ाई में बचपन से ही काफी ज्यादा होशियार थी इसीलिए हमेशा ही सबसे आगे रहती थी। इनके पिता छत्तीसगढ़ में स्थित Bhilai Steel Plant में कार्य करते थे जबकि इनकी माता स्कूल में एक शिक्षिका थी इसीलिए यह अक्सर अपनी माता को देखकर आगे बढ़ने की शिक्षा लेती थी।

Simi karan ने वर्ष 2019 में UPSE Exam में All India Rank 31 हासिल किया था जिसके बाद यह एक IAS Officer बन चुकी हैं। Simi karan बताती हैं कि उनकी स्कूली पढ़ाई से लेकर IAS Officer बनने तक का सफर बहुत ही कठिन रहा है लेकिन वह कभी भी अपने लक्ष्य से नहीं भटकी और लगातार अपने लक्ष्य की ओर बढ़ती रही। आज उसी का नतीजा है कि Simi karan एक IAS Officer हैं।

IIT Bombay से B.Tech करते-करते गरीब बच्चों को पढ़ाया

जब Simi karan ने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की तो उसके पश्चात इनकी मेहनत के दम पर इनका दाखिला IIT Bombay में हो गया यहीं पर इन्होंने अपनी पढ़ाई तो शुरू कर ली। जब सिम्मी करण IIT Bombay से Electrical Engineering में B.Tech कर रही थी, तो इन्हें जब भी समय मिलता था तो यह यहां पर झुग्गी झोपड़ी में बच्चों को पढ़ाने जाया करती थी। जब Simi karan बच्चों को पढ़ाने जाया करती थी, तो यह बच्चों की हालत देखकर बहुत ही ज्यादा दुखी होती थी।

इस बात को तो हम सभी जानते हैं कि गरीब बच्चों को पढ़ाई करने में बहुत ही ज्यादा परेशानी होती हैं। क्योंकि गरीब बच्चों के माता-पिता की भी इतनी आमदनी नहीं होती है कि वह अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ा लिखा सकें। इसलिए अक्सर उन बच्चों को देखकर Simi karan बहुत ज्यादा परेशान रहती थी इसलिए उन्होंने इन बच्चों के लिए कुछ बड़ा करने का सोच लिया।

इन बच्चों की खराब स्थिति को देखते हुए उन्होंने फैसला किया कि, यह अपने जीवन में बड़ी अधिकारी बनकर इन बच्चों के साथ-साथ इस प्रकार अन्य बच्चों की भी सहायता करेंगी इसीलिए उन्होंने Civil Services में जाने का मन बना लिया।

UPSC Exam Syllabus को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर की पढ़ाई

Simi karan बताती है कि जब इन्होंने गरीब बच्चों को देखकर अपने मन में थाना कि इन्हें एक IAS Officer बन कर सभी गरीब बच्चों का गरीब लोगों की मदद करनी हैं, तो इन्हें शुरुआत में तो UPSE Exam Syllabus की तैयारी करने में बहुत ज्यादा परेशानी हुई।

जब Simi karan ने यूपीएससी एग्जाम को पास करने का ठान लिया तो इन्होंने शुरुआत में तो इंटरनेट की भी सहायता ली। यह अक्सर इंटरनेट पर UPSE Toper's का Interview ध्यान से देखा करती थी क्योंकि उस इंटरव्यू से इन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलता था।

धीरे-धीरे करके Simi karan ने इंटरनेट पर UPSE Exam Syllabus को बड़े ही ध्यान पूर्वक पढा। फिर उसी के हिसाब से एक-एक करके सभी किताबों को इकट्ठा कर लिया। Simi karan बताती है कि इन्होंने केवल सीमित किताबों के साथ ही तैयारी करनी शुरू की थी। क्योंकि एक ही सब्जेक्ट की ज्यादा किताबें पढ़ने से ध्यान भी भटक जाता है और फिर अच्छे से पढ़ाई भी नहीं हो पाती हैं।

इसी प्रकार जरूरी किताबों के साथ सिमी अरोड़ा ने अपनी तैयारी शुरू कर दी। शुरुआत में तो इनको काफी मुश्किलें आई परंतु धीरे-धीरे करके उन्होंने सभी मुश्किलों का सामना किया और फिर पूरे सिलेबस को छोटे-छोटे हिस्सों में बांट दिया था कि यह UPSE Exam की तैयारी अच्छे से कर सकें।

Simi karan बताती है कि यह जरूरी नहीं है कि आप कितनी ज्यादा किताबें और कितने घंटे पढ़ाई कर रहे हैं। बल्कि जरूरी यह है कि आपका तैयारी करने का तरीका कैसा हैं, क्योंकि बहुत से उम्मीदवार तो ऐसे भी होते हैं जो 15 से 16 घंटे रोजाना पढ़ने के बाद भी UPSE Exam पास नहीं कर पाते हैं। जबकि कुछ उम्मीदवार ऐसे होते हैं जो केवल 5 से 6 घंटे तैयारी करने पर ही UPSE Exam को पास कर लेते हैं। यह केवल इसी का नतीजा है कि जो उम्मीदवार अपने लक्ष्य की ओर ध्यान केंद्रित करके केवल बेहतर रणनीति अपनाते हैं तो वही UPSE Exam को पास कर पाते हैं।

Share this story