IAS Riya Dabi Success Story : हर दिन की 12 घंटे पढ़ाई, और पहले ही एटेम्पट में पाया यूपीएससी परीक्षा में 15वां रैंक

रिया डाबी को पढ़ाई के अलावा भी काफी चीजों में रुचि है। पढ़ाई के साथ-साथ रिया डाबी बचे हुए समय में वे पेंटिंग करना पसंद करती हैं.
IAS Riya Dabi Success Story : हर दिन की 12 घंटे पढ़ाई, और पहले ही एटेम्पट में पाया यूपीएससी परीक्षा में 15वां रैंक

IAS Riya Dabi : UPSC की परीक्षा को दुनिया की सबसे टफ परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इसे पास करने का सपना तो हर कोई देखता है लेकिन इसे पास केवल चुनिंदा लोग ही कर पाते हैं। क्योकि इसे पास करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है। 

इसके साथ ही लगभग हर विषय का ज्ञान होना भी जरूरी है। इस परीक्षा को पास करने वालों में एक नाम रिया डाबी का भी है, जिन्होंने कड़ी मेहनत के बाद इसमें सफलता पाई। बता दें रिया डाबी की बड़ी बहन टीना डाबी है। दोनों बहनों ने कड़ी मेहनत करके बड़ा मुकाम हासिल किया है।  

यह से की कॉलेज से डिग्री प्राप्त

बता दें रिया डाबी ने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से डिग्री प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के लिए पढ़ाई शुरू की और साल 2020 में रिया डाबी ने यूपीएससी की परीक्षा दी और अपने पहली ही बारी में उन्होंने सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास कर उसमें 15वीं रैंक हासिल किया। अपनी बहन की तरह वह देश भर में सुर्ख़ियों में बनी हुई है। 

पढ़ाई के साथ इन चीजों में रुचि

रिया डाबी को पढ़ाई के अलावा भी काफी चीजों में रुचि है। पढ़ाई के साथ-साथ रिया डाबी बचे हुए समय में वे पेंटिंग करना पसंद करती हैं. यह उनकी बचपन की हॉबी है।  इसी के साथ आपको बता दें कि रिया डाबी इस समय राजस्थान कैडर में तैनात हैं।  

रोजाना करती थीं 12-13 घंटे पढ़ाई 

रिया डाबी रोजाना 12-13 घंटे पढ़ाई करती थीं। उनका कहना है कि यूपीएससी परीक्षा में विषय का चुनाव हमेशा अपनी पसंद के हिसाब से करना चाहिए, न कि किसी के दबाव में आकर  उन्होंने एक कॉन्स्टेंट शेड्यूल फॉलो किया था और रिवीजन पर भी काफी फोकस किया था. वे अपनी बहन आईएएस टीना डाबी  से प्रेरित थीं।  

रिया  डाबी की सैलरी 

सोशल मीडिया पर रिया डाबी काफी एक्टिव रहती है। रिया की सोशल मीडिया पर बड़ी फैन फॉलोइंग है। उनके इंस्टाग्राम पर लगभग पांच लाख से अधिक फॉलोअर्स है।

रिया डाबी इस समय अपनी नौकरी के लिए ट्रेनिंग ले रही हैं। वह फिलहाल अलवर, राजस्थान के एक सहायक कलेक्टर के रूप में तैनात हैं और उनकों ट्रेनिंग के दौरान करीब 55 और 60,000 हजार सैलरी मिलती है।

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