IAS Success Story: बिना आँखों के देखा IAS बनने का सपना, हज़ारों परेशानियों के बावजूद ऐसे पाई सफलता

स्पर्श गुप्ता इससे पहले उन्होंने दरभंगा के सदर अनुमंडल पदाधिकारी के रूप में डेढ वर्षों तक सेवा दी। अब किशनगंज में डीडीसी के रूप में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिली है।
IAS Success Story: बिना आँखों के देखा IAS बनने का सपना, हज़ारों परेशानियों के बावजूद ऐसे पाई सफलता

‘किसी आदमी के अंदर कोई कमी नही होती है, यह अंदर की सोच पर निर्भर करता है। अगर वो उससे ऊपर उठ सके तो किसी भी पोजीशन को प्राप्त कर सकता है।’ यह कहना है 2019 बैच के आईएएस स्पर्श गुप्ता का। स्पर्श गुप्ता बचपन से ही दृष्टिबाधित है।

उनकी किशनगंज के उप विकास आयुक्त यानी डीडीसी के रूप पदस्थापना हुई है। आने वाले सप्ताह में सम्भवतः वो अपना पदभार ग्रहण कर लेंगे। दरभंगा के सदर अनुमंडल में डेढ़ वर्षों तक सेवा दीस्पर्श गुप्ता इससे पहले उन्होंने दरभंगा के सदर अनुमंडल पदाधिकारी के रूप में डेढ वर्षों तक सेवा दी।

अब किशनगंज में डीडीसी के रूप में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिली है। यूपी के बुलन्दशहर के स्पर्श गुप्ता का जीवन संघर्ष में रहा है। सभी तरह की दिक्कतों का डटकर सामना करते हुए उन्होंने एक बड़ा मुकाम हासिल किया है।

एडवांस टेक्नोलॉजी की मदद से काम आसानडीडीसी के रूप में किशनगंज में उनकी पदस्थापना को बिहार सरकार की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस अधिसूचना जारी होने के बाद उन्होंने बड़ी जिम्मेदारी और दृष्टिबाधित होने के मसले पर बात रखी।

उन्होंने कहा कि आईटी के साथ कई टेक्नोलॉजी आज इतनी एडवांस है कि इसकी मदद से वे सब काम कर पाते हैं। कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंद तक पहुंचाने का प्रयासकिशनगंज में अपनी प्राथमिकता के संबंध में स्पर्श गुप्ता ने कहा कि विभिन्न​योजनाओं का लाभ बेहतर तरीके से आम लोगों तक पहुंचाने की कोशिश होगी।

उन्होंने कहा कि जन वितरण प्रणाली से लेकर मनरेगा और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का उचित लाभ लोगां को मिल सके, इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। आईएएस स्पर्श गुप्ता ने कहा कि जिला पदाधिकारी के नेतृत्व में समाज के पिछड़े और वंचित तबकों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना उनकी प्राथमिकता होगी।

12वीं क्लास में ऑल इंडिया टॉप किया

स्पर्श गुप्ता ने 12वीं कक्षा में स्पेशल कैटेगरी में ऑल इंडिया टॉप किया। जिसके लिए स्पर्श गुप्ता को राष्ट्रपति ने भी सम्मानित किया। उसके बाद उन्होंने नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु से बीए एलएलबी ऑनर्स की डिग्री हासिल की। साथ ही उन्होंने सिविल सर्विस परीक्षा देने का फैसला किया और सफलता हासिल की।

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