iPhone 16 अब मेड इन इंडिया, टाटा फैक्ट्री से निकलेगा अगला सुपरफोन

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने तमिलनाडु के होसुर में अपनी नई फैक्ट्री में iPhone 16 और iPhone 16 Pro की असेंबलिंग शुरू कर दी है, जिससे भारत में स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग और मेक इन इंडिया पहल को नई गति मिल रही है। इस कदम से टाटा ग्रुप वैश्विक सप्लाई चेन में एक मजबूत खिलाड़ी बन रहा है, जबकि Apple अपनी भारत में उपस्थिति को और मजबूत कर रहा है।
iPhone 16 अब मेड इन इंडिया, टाटा फैक्ट्री से निकलेगा अगला सुपरफोन

भारत की टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में एक नया अध्याय शुरू हो चुका है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने तमिलनाडु के होसुर में अपनी अत्याधुनिक फैक्ट्री में iPhone 16 और iPhone 16 Pro की असेंबलिंग शुरू कर दी है। यह कदम न केवल टाटा ग्रुप को वैश्विक स्मार्टफोन सप्लाई चेन में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर रहा है, बल्कि भारत में मेक इन इंडिया पहल को भी नई गति दे रहा है।

इस पहल से न केवल टेक्नोलॉजी क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि हजारों लोगों को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे। आइए, इस महत्वपूर्ण विकास को विस्तार से समझते हैं।

होसुर में नई असेंबली यूनिट 

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने होसुर में अपनी नई असेंबली यूनिट में Apple के नवीनतम मॉडल्स, iPhone 16 और iPhone 16 Pro, सहित अन्य iPhone मॉडल्स की मैन्युफैक्चरिंग शुरू की है। इस यूनिट में वर्तमान में दो प्रोडक्शन लाइनें कार्यरत हैं, और जल्द ही चार और लाइनें शुरू होने की उम्मीद है।

विशेषज्ञों के अनुसार, प्रत्येक प्रोडक्शन लाइन में 2,500 से अधिक कर्मचारियों को रोजगार मिल सकता है, जो एंड-टू-एंड असेंबली प्रक्रिया को संभालेंगे। यह यूनिट न केवल टाटा की मौजूदा विस्ट्रॉन फैक्ट्री से बड़ी होगी, बल्कि यह भारत में स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगी।

रोजगार के नए अवसर और आर्थिक विकास

इस नई पहल से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसरों में जबरदस्त वृद्धि होने की संभावना है। होसुर की फैक्ट्री में शुरू हुई प्रोडक्शन लाइनें न केवल तकनीकी रूप से उन्नत हैं, बल्कि यह स्थानीय युवाओं को कुशल रोजगार प्रदान करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने पहले ही कर्नाटक में अपनी विस्ट्रॉन फैक्ट्री के माध्यम से असेंबलिंग का अनुभव हासिल किया है, और अब होसुर में इस विस्तार से कंपनी की क्षमता और बढ़ेगी। यह कदम भारत को वैश्विक टेक्नोलॉजी हब के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगा।

टाटा का रणनीतिक विस्तार और Apple की भारत में बढ़ती मौजूदगी

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने हाल ही में Apple के अन्य सप्लायर्स, जैसे Wistron और Pegatron की भारतीय इकाइयों का अधिग्रहण किया है। यह रणनीतिक कदम कंपनी को वैश्विक स्मार्टफोन सप्लाई चेन में एक मजबूत स्थिति प्रदान करता है। काउंटरपॉइंट रिसर्च के रिसर्च डायरेक्टर Tarun Pathak का कहना है कि यह कदम टाटा को अन्य सप्लाई चेन कंपनियों के साथ साझेदारी के नए अवसर प्रदान करेगा। साथ ही, यह भारत में मूल्यवर्धन (value addition) को बढ़ावा देगा, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।

Apple के लिए भी यह विकास बेहद महत्वपूर्ण है। कंपनी भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को बढ़ाकर China पर अपनी निर्भरता कम करना चाहती है। साइबरमीडिया रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट Prabhu Ram का कहना है कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और Foxconn जैसे मजबूत साझेदारों की मौजूदगी Apple को निर्यात और घरेलू बाजार दोनों में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद करेगी। यह भारत को वैश्विक स्मार्टफोन उत्पादन का केंद्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

भारत के लिए एक सुनहरा अवसर

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की यह पहल न केवल कंपनी के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह भारत की मेक इन इंडिया पहल को मजबूती प्रदान करता है और वैश्विक टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए भारत को एक आकर्षक मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन बनाता है। साथ ही, यह स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन और कौशल विकास को बढ़ावा देगा। टाटा और Apple की यह साझेदारी भारत को टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई पर ले जाने की क्षमता रखती है।

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