रिपोर्ट का खुलासा: अगले 5 साल में AI छीन लेगा आप सबकी नौकरियां

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अगले पांच सालों में ड्राइवर्स, कोडर्स, रिक्रूटर्स, डेटा एंट्री ऑपरेटर्स, और कस्टमर सर्विस एजेंट्स जैसी 8 नौकरियों को खत्म कर सकता है। सेल्फ-ड्राइविंग कारें और डिलीवरी ड्रोन्स ड्राइवर्स की जरूरत को कम कर रहे हैं, जबकि AI टूल्स जैसे ChatGPT और GitHub Copilot कोडिंग और रिक्रूटमेंट को ऑटोमेट कर रहे हैं। 
रिपोर्ट का खुलासा: अगले 5 साल में AI छीन लेगा आप सबकी नौकरियां 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने टेक्नोलॉजी की दुनिया में क्रांति ला दी है, लेकिन इसका असर अब नौकरियों पर भी साफ दिखाई दे रहा है। एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, अगले पांच सालों में AI तकनीक ड्राइवर्स, कोडर्स, और रिक्रूटर्स जैसी 8 नौकरियों को पूरी तरह बदल सकती है या खत्म कर सकती है।

यह खबर उन लोगों के लिए चिंता का विषय है जो इन क्षेत्रों में काम करते हैं, क्योंकि AI टूल्स तेजी से इंसानों की जगह ले रहे हैं। हालांकि, यह बदलाव चुनौतियों के साथ-साथ नए अवसर भी ला सकता है। आइए, जानते हैं कि AI का यह प्रभाव किन नौकरियों पर पड़ेगा और भविष्य के लिए हमें कैसे तैयार रहना चाहिए।

सबसे पहले बात करते हैं ड्राइवर्स की। AI का सबसे बड़ा असर उन नौकरियों पर पड़ रहा है जो बार-बार दोहराए जाने वाले कार्यों पर आधारित हैं। सेल्फ-ड्राइविंग कारें, डिलीवरी ड्रोन्स, और ऑटोनॉमस वाहन अब कई देशों में टेस्टिंग के दौर से गुजर रहे हैं। जैसे-जैसे यह तकनीक और सटीक होगी, टैक्सी ड्राइवर्स, ट्रक ड्राइवर्स, और डिलीवरी पर्सन्स की जरूरत धीरे-धीरे कम हो सकती है।

यह उन लाखों लोगों के लिए चुनौती है जो ड्राइविंग को अपनी आजीविका का साधन मानते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ सालों में ये नौकरियां पूरी तरह ऑटोमेशन की भेंट चढ़ सकती हैं।

रिक्रूटमेंट इंडस्ट्री भी AI के प्रभाव से अछूती नहीं है। पहले रिक्रूटर्स उम्मीदवारों के रिज्यूमे की जांच, इंटरव्यू शेड्यूलिंग, और टैलेंट सिलेक्शन जैसे कामों को मैन्युअली करते थे, लेकिन अब AI टूल्स इन कार्यों को तेजी और सटीकता के साथ पूरा कर रहे हैं।

मशीन लर्निंग और डेटा एनालिटिक्स की मदद से AI रिज्यूमे स्कैनिंग, स्किल्स का आकलन, और उम्मीदवारों का चयन आसानी से कर लेता है। इससे रिक्रूटर्स की भूमिका सीमित हो रही है, और कई कंपनियां अब ऑटोमेटेड सिस्टम्स पर निर्भर हो रही हैं। यह बदलाव भविष्य में इस सेक्टर के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।

सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और कोडिंग की दुनिया में भी AI का दबदबा बढ़ रहा है। पहले AI टूल्स जैसे ChatGPT या GitHub Copilot केवल छोटे-मोटे कोडिंग टास्क्स या ग्रामर सुधार के लिए इस्तेमाल होते थे, लेकिन अब ये पूरे प्रोग्राम लिखने और रिव्यू करने में सक्षम हैं। इससे जूनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स और कोडर्स की नौकरियां खतरे में पड़ रही हैं।

कंपनियां अब AI की मदद से समय और लागत बचा रही हैं, जिससे पारंपरिक कोडिंग जॉब्स की मांग कम हो सकती है। हालांकि, यह भी सच है कि AI को डेवलप और मैनेज करने के लिए नए स्किल्स की जरूरत होगी, जो भविष्य में नई संभावनाएं खोलेगी।

इसके अलावा, डेटा एंट्री, कस्टमर सर्विस, और फैक्ट्री वर्कर्स जैसे प्रोफेशन भी AI के प्रभाव से नहीं बच पा रहे हैं। AI चैटबॉट्स अब कस्टमर सर्विस में इंसानों की जगह ले रहे हैं, जबकि रोबोटिक्स और ऑटोमेशन फैक्ट्रियों में प्रोडक्शन को तेज और सस्ता बना रहे हैं। यह बदलाव उन लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है जो इन क्षेत्रों में काम करते हैं। फिर भी, विशेषज्ञों का मानना है कि AI नई नौकरियां भी पैदा करेगा, जैसे AI सिस्टम डिजाइनर, डेटा साइंटिस्ट, और AI ट्रेनर की भूमिकाएं।

इसके लिए जरूरी है कि वर्कफोर्स को अपस्किलिंग और रीस्किलिंग के जरिए भविष्य के लिए तैयार किया जाए।

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