सालभर में भारत ने झेले 5 अरब साइबर हमले, हमलों में प्रत्येक तिमाही में 46 फीसदी की वृद्धि दर्ज

डिस्ट्रीब्यूटेड डिनायल ऑफ सर्विस (DDoS) हमलों में प्रत्येक तिमाही में 46 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और इन हमलों की संख्‍या साल 2023 में 4.25 बिलियन तक पहुंच गई.
सालभर में भारत ने झेले 5 अरब साइबर हमले, हमलों में प्रत्येक तिमाही में 46 फीसदी की वृद्धि दर्ज
टेक डेस्क, दून हॉराइज़न, नई दिल्ली

बीते साल यानी वर्ष 2023 में भारतीय वेबसाइट्स और ऐप्‍स पर दुनियाभर में सबसे ज्‍यादा साइबर अटैक हुए. भारतीय वेबसाइट्स और मोबाइल ऐप्‍स पर पूरे साल में 5.14 अरब से ज्यादा साइबर हमले हुए. इसका मतलब है कि हर दिन 1 करोड़ से भी ज्‍यादा साइबर अटैक भारत पर किए गए.

टीसीजीएफ 2 (टाटा कैपिटल) द्वारा वित्त पोषित एप्लिकेशन सुरक्षा कंपनी इंडसफेस की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. रिपोर्ट के अनुसार, साइबर अटैक्‍स में सालाना आधार पर 10 गुना वृद्धि हुई है. भारत में साफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस (सास) कंपनियां उच्च मूल्य वाले ग्राहक डेटा के कारण साइबर अपराधियों का पसंदीदा टार्गेट बनी हुई है.p

2023 में, 10 में से 8 साइटों को टार्गेटेड बॉट हमलों का सामना करना पड़ा. इन हमलो में प्रत्येक तिमाही में 46% की वृद्धि देखी गई. कुल मिलाकर 467 मिलियन से अधिक बॉट हमले हुए. डिस्ट्रीब्यूटेड डिनायल ऑफ सर्विस (DDoS) हमलों में प्रत्येक तिमाही में 46 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और इन हमलों की संख्‍या साल 2023 में 4.25 बिलियन तक पहुंच गई.

10 में से चार साइटों पर डीडीओएस हमले हुए. भारतीय वेबसाइट्स और ऐप्‍स के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, जर्मनी और सिंगापुर की वेबसाइट्स पर ज्‍यादा साइबर हमले हुए.

हेल्‍थ सेक्‍टर रहा सबसे ज्‍यादा निशाने पर

हेल्‍थ सेक्‍टर की वेबसाइट्स और ऐप्‍स को सबसे ज्‍यादा निशाना बनाया गया. हेल्‍थकेयर की 100 फीसदी वेबसाइट पर हमले हुए तो बैंकिंग, फाइनेंस और बीमा की 90 फीसदी वेबसाइट पर साइबर अटैक हुआ. खुदरा और ई-कामर्स उद्योग ज्यादातर कार्डिंग हमलों के निशाने पर थे.

आइटी सेवा और परामर्श, विनिर्माण, दूरसंचार और विज्ञापन जैसे क्षेत्रों की वेबसाइट्स पर खूब साइबर हमले हुए. इंडसफेस के सीईओ आशीष टंडन ने कहा, ”कार्ड क्रैकिंग या क्रेडेंशियल स्टफिंग के साथ-साथ, हमने बॉट-संचालित, कम दर वाले डिस्ट्रीब्यूटेड डिनायल आफ सर्विस (डीडीओएस) हमलों का भी अधिक बार इस्‍तेमाल होते देखा है.”

टंडन ने कहा कि चिंताजनक पहलू यह है कि 39% से अधिक उद्यम बड़े पैमाने पर DDoS हमलों को रोकने की अपनी क्षमता के बारे में आश्वस्त नहीं है.

इंडसफेस के एपट्राना नेटवर्क ने विश्व स्तर पर 6.8 अरब हमलों को रोका. इनमें से 5.14 अरब हमले भारतीय उद्यमों, एसएमई और सरकारी संगठनों को निशाना बनाकर किए गए थे. रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में पहली तिमाही से चौथी तिमाही तक साइबर हमलों में औसतन 63 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई.

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