Meta AI : Sundar Pichai ने तोड़ी चुप्पी, Meta के नए AI मॉडल पर दिया बड़ा बयान

Meta AI : टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक नया धमाका हुआ है। मार्क जकरबर्ग की कंपनी मेटा ने अपने लामा 4 एआई मॉडल्स को लॉन्च कर सबको चौंका दिया है। इन मॉडल्स की खासियत और ताकत ने न सिर्फ यूजर्स का ध्यान खींचा, बल्कि गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को भी रिएक्ट करने पर मजबूर कर दिया।
मेटा ने तीन मॉडल्स पेश किए हैं, जिनमें से दो - लामा 4 स्काउट और लामा 4 मेवरिक - अभी उपलब्ध हैं। ये मॉडल्स वॉट्सऐप, मैसेंजर और इंस्टाग्राम में इंटीग्रेट होंगे। तो आखिर क्या है इनमें खास? और पिचाई ने ऐसा क्या कहा? चलिए, इसकी पूरी कहानी जानते हैं।
लामा 4 पर पिचाई का रिएक्शन: तारीफ या चुनौती?
मेटा के लामा 4 मॉडल्स की घोषणा होते ही टेक जगत में हलचल मच गई। इस बीच, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने X पर एक पोस्ट में लिखा, “एआई की दुनिया में हर दिन कुछ नया होता है, कभी बोरिंग नहीं! लामा 4 टीम को बधाई, शानदार काम जारी रखें!” पिचाई का यह संदेश तारीफ भरा था, लेकिन इसे एक सूक्ष्म चुनौती के तौर पर भी देखा जा रहा है।
दरअसल, मेटा के ये नए मॉडल्स गूगल के जेमिनी 2.0 और जेम्मा 3 जैसे एआई मॉडल्स को सीधे टक्कर दे रहे हैं। मेटा का दावा है कि मेवरिक कोडिंग, रीजनिंग और क्रिएटिव राइटिंग में गूगल से आगे है, तो स्काउट छोटे लेकिन स्मार्ट कामों में बाजी मार रहा है। ऐसे में पिचाई का रिएक्शन सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि एक बड़े मुकाबले का संकेत हो सकता है।
लामा 4 की ताकत: क्या बनाता है इसे खास?
मेटा का कहना है कि लामा 4 स्काउट और मेवरिक उनके अब तक के सबसे एडवांस्ड मॉडल्स हैं। मार्क जकरबर्ग ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो में कहा, “हमारा मकसद है दुनिया का सबसे बेहतरीन एआई बनाना, इसे ओपन सोर्स करना और हर किसी के लिए доступ करना। लामा 4 के साथ यह सपना सच होने लगा है।” लामा 4 मेवरिक 17 बिलियन एक्टिव पैरामीटर्स और 128 एक्सपर्ट्स के साथ आता है।
यह चैट, जनरल असिस्टेंस और क्रिएटिव टास्क जैसे फोटो समझने या कहानी लिखने में माहिर है। वहीं, लामा 4 स्काउट में 17 बिलियन एक्टिव और 109 बिलियन टोटल पैरामीटर्स हैं। यह डॉक्यूमेंट समरी और कोड रीजनिंग जैसे कामों के लिए परफेक्ट है। दोनों मॉडल्स मल्टीमॉडल क्षमता के साथ आए हैं, यानी टेक्स्ट, इमेज और कोड को एक साथ हैंडल कर सकते हैं।
यूजर्स के लिए फायदे: रोजमर्रा को बनाएगा आसान
मेटा के ये मॉडल्स सिर्फ टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन नहीं, बल्कि आम लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने का वादा करते हैं। वॉट्सऐप पर चैट करना हो, इंस्टाग्राम पर क्रिएटिव पोस्ट बनाना हो या मैसेंजर पर कोडिंग की मदद लेनी हो, लामा 4 हर जगह साथ देगा। खास बात यह है कि मेटा इसे ओपन सोर्स रख रहा है, यानी डेवलपर्स इसे अपने तरीके से इस्तेमाल कर नई चीजें बना सकते हैं।
आने वाला मॉडल लामा बेहेमोथ और लामा रीजनिंग भी गूगल के टॉप मॉडल्स को चुनौती देने की तैयारी में है। यह साफ है कि मेटा एआई की दुनिया में अपनी धाक जमाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा।
मेटा बनाम गूगल: कौन जीतेगा यह जंग?
लामा 4 की लॉन्चिंग के साथ ही मेटा और गूगल के बीच एआई की जंग और तेज हो गई है। जहां गूगल के जेमिनी और जेम्मा मॉडल्स पहले से मार्केट में हैं, वहीं मेटा का दावा है कि उसके मॉडल्स बेंचमार्क में बेहतर हैं। कोडिंग से लेकर मल्टीलिंगुअल टास्क तक, लामा 4 हर मोर्चे पर गूगल को पछाड़ने की कोशिश कर रहा है।
पिचाई की तारीफ इस मुकाबले को और रोचक बनाती है। अब सवाल यह है कि क्या मेटा का यह दांव उसे एआई की दुनिया का नया बादशाह बनाएगा? जवाब भविष्य में छुपा है, लेकिन अभी तो यह खबर टेक लवर्स के लिए किसी ट्रीट से कम नहीं।