अब पासवर्ड चोरी हुआ तो गूगल खुद बदल देगा! नया फीचर देख हैरान रह जाएंगे आप

गूगल क्रोम जल्द ही एक नया सिक्योरिटी फीचर Automated Password Change लाने वाला है, जो पासवर्ड हैक होने पर उसे ऑटोमैटिकली बदल देगा। Google I/O में पेश किए गए इस फीचर को Google Password Manager में इंटीग्रेट किया जाएगा, ताकि डेटा लीक और साइबर हमलों से यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
अब पासवर्ड चोरी हुआ तो गूगल खुद बदल देगा! नया फीचर देख हैरान रह जाएंगे आप

इंटरनेट की दुनिया में डेटा लीक और साइबर हमले आजकल आम बात हो गई है। लेकिन अब गूगल ने यूजर्स की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए एक शानदार कदम उठाया है। Google Chrome जल्द ही एक ऐसा फीचर लाने वाला है, जो हैक हुए पासवर्ड को ऑटोमैटिकली बदल देगा।

इस नए सिक्योरिटी फीचर का नाम है Automated Password Change, जिसे हाल ही में Google I/O इवेंट में पेश किया गया। यह फीचर गूगल क्रोम के मौजूदा Password Manager में इंटीग्रेट किया जाएगा, ताकि यूजर्स को डेटा ब्रीच से बचाया जा सके। आइए, इस फीचर के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि यह आपकी ऑनलाइन सुरक्षा को कैसे बेहतर बनाएगा।

पासवर्ड बदलने की परेशानी होगी खत्म

गूगल का यह नया फीचर उन यूजर्स के लिए वरदान साबित होगा, जो पासवर्ड बदलने की जटिल प्रक्रिया से बचते हैं। गूगल ने अपने ब्लॉग में बताया कि जब Google Chrome किसी हैक किए गए पासवर्ड का पता लगाएगा, तो उसका Password Manager यूजर को तुरंत नोटिफिकेशन भेजेगा।

इतना ही नहीं, यह फीचर सपोर्टेड वेबसाइट्स पर एक मजबूत और यूनीक पासवर्ड जेनरेट करके उसे ऑटोमैटिकली अपडेट भी कर देगा। यानी, अगर आपका यूजरनेम या पासवर्ड डेटा ब्रीच में चोरी हो जाता है, तो आपको तुरंत इसकी जानकारी मिलेगी और आप बिना किसी मेहनत के अपने अकाउंट को सुरक्षित कर पाएंगे।

गूगल का कहना है कि ज्यादातर यूजर्स जानते हैं कि मजबूत और अलग-अलग पासवर्ड का इस्तेमाल करना जरूरी है, लेकिन पासवर्ड बदलने की प्रक्रिया को वे बोझिल मानते हैं। कई बार चेतावनी मिलने के बावजूद लोग अपने पासवर्ड नहीं बदलते। Google Chrome का यह फीचर इस समस्या को जड़ से खत्म करने की कोशिश है, ताकि यूजर्स की ऑनलाइन सिक्योरिटी बिना किसी परेशानी के सुनिश्चित हो सके।

यूजर्स के पास रहेगा पूरा कंट्रोल

Google Chrome के वाइस प्रेसिडेंट और जनरल मैनेजर Parisa Tabriz ने Google I/O से पहले एक ब्रीफिंग में इस फीचर के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “पासवर्ड बदलना एक थकाऊ काम हो सकता है। हम समझते हैं कि अगर कोई प्रक्रिया जटिल है, तो लोग उसे टाल देते हैं।

इसलिए, हम Automated Password Change को न सिर्फ सिक्योरिटी के लिए, बल्कि यूजर्स की सुविधा के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि मानते हैं।” लेकिन गूगल ने यह भी साफ किया कि यह फीचर यूजर्स की सहमति के बिना कोई पासवर्ड नहीं बदलेगा। यानी, आपके पास पूरा कंट्रोल रहेगा कि आप पासवर्ड बदलना चाहते हैं या नहीं। यह कदम गूगल की उस सोच को दर्शाता है, जिसमें यूजर्स की प्राइवेसी और कंट्रोल को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है।

कब आएगा यह फीचर?

गूगल इस सिक्योरिटी फीचर को 2025 के अंत तक रोलआउट करने की योजना बना रहा है। अभी कंपनी डेवलपर्स और वेबसाइट्स को इस फीचर के लिए जरूरी अपडेट्स करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इन अपडेट्स से Google Chrome और उसका Password Manager वेबसाइट्स के लॉगिन सिस्टम के साथ और बेहतर ढंग से काम कर पाएंगे। यह बदलाव न सिर्फ यूजर्स के लिए फायदेमंद होंगे, बल्कि डेवलपर्स को भी एक सुरक्षित और यूजर-फ्रेंडली इंटरनेट अनुभव प्रदान करने में मदद करेंगे।

क्यों है यह फीचर खास?

आज के समय में साइबर सिक्योरिटी एक बड़ी चुनौती है। हर दिन डेटा लीक और हैकिंग की खबरें सामने आती हैं। ऐसे में Google Chrome का यह नया फीचर यूजर्स को एक अतिरिक्त सुरक्षा कवच देगा। यह फीचर न केवल आपके अकाउंट को सुरक्षित रखेगा, बल्कि पासवर्ड मैनेजमेंट को भी आसान बनाएगा। चाहे आप Android डिवाइस यूज करते हों या iOS, यह फीचर मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों पर काम करेगा, जिससे आप कहीं भी, कभी भी अपने अकाउंट्स को सुरक्षित रख सकेंगे।

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