Avalanche In Uttarakhand : मौसम अलर्ट के बीच चमोली में राहत कार्य, थर्मल इमेजिंग से ढूंढे जा रहे लापता लोग

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली आपदा पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सर्च और रेस्क्यू अभियान को तेज करने के निर्देश दिए। 50 श्रमिकों को बचाया गया, 46 लोगों को इलाज के लिए रेफर किया गया, और 5 ब्लॉकों में बिजली बहाल हुई। लापता 4 लोगों की तलाश में आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है।
देहरादून : चमोली में आई भीषण आपदा के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सुबह राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों को गति देने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
अब तक 50 श्रमिकों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जबकि 46 घायलों को बेहतर इलाज के लिए हायर मेडिकल सेंटर भेजा गया है। इसके साथ ही, आपदा में जान गंवाने वाले 4 लोगों के शवों को सभी औपचारिकताएं पूरी कर उनके परिजनों को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारा लक्ष्य हर प्रभावित व्यक्ति तक मदद पहुंचाना है।"
लापता 4 लोगों की तलाश में सर्च अभियान को तेज करने के लिए रडार और थर्मल इमेजिंग कैमरों जैसे आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सेना, ITBP, वायु सेना, SDRF, BRO और जिला प्रशासन सहित सभी विभाग मिलकर दिन-रात काम कर रहे हैं।
आपदा से प्रभावित 5 ब्लॉकों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है, वहीं सड़क और संचार सेवाओं को जल्द ठीक करने के लिए लोक निर्माण विभाग को तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। पूर्ति विभाग को उन गाँवों में रसद पहुंचाने का निर्देश दिया गया है, जो अभी सड़क संपर्क से कटे हुए हैं।
मौसम विभाग के 3 मार्च को हायर अलर्ट को देखते हुए मुख्यमंत्री ने ऊंचाई वाले इलाकों में रहने वालों को पहले से सूचित करने और जिला प्रशासन को हर स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा। धामी ने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार आपदा प्रबंधन में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उनकी यह सक्रियता और त्वरित निर्णय जनता के बीच विश्वास जगाने का काम कर रहे हैं।