Dehradun News : ढालीपुर गौकशी कांड में बड़ा खुलासा, 9 दिन बाद फरार गैंगस्टर आमीर उर्फ लालू दबोचा गया

Dehradun News : उत्तराखंड के देहरादून जिले में गौकशी की एक सनसनीखेज घटना ने पिछले दिनों सुर्खियां बटोरी थीं। अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है। दून पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर आमीर उर्फ लालू को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है, जो इस घटना के बाद से फरार चल रहा था। यह गिरफ्तारी 9 अप्रैल 2025 को सहसपुर के प्राथमिक विद्यालय के पास हुई। इस कार्रवाई ने न सिर्फ पुलिस की सक्रियता को उजागर किया, बल्कि अपराधियों के मन में खौफ भी पैदा कर दिया।
घटना की शुरुआत: ढालीपुर नदी किनारे मिले थे मांस के अवशेष
यह पूरा मामला 31 मार्च 2025 को उस वक्त शुरू हुआ, जब विकासनगर थाना क्षेत्र में ढालीपुर नदी के किनारे पशु मांस के कुछ अवशेष मिले। स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और मामला दर्ज किया। मुकदमा संख्या 114/2025 के तहत धारा 196(1)/299 BNS और गौवंश संरक्षण अधिनियम की धारा 3/5/11 के तहत केस दर्ज हुआ। मामले की गंभीरता को देखते हुए देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने तत्काल जांच और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के सख्त निर्देश दिए।
पुलिस की मुस्तैदी: पहले 8, अब 9वां अभियुक्त जेल में
पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए 1 अप्रैल 2025 को 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन एक शातिर अपराधी, आमीर उर्फ लालू, पुलिस की पकड़ से बच निकला था। वह लगातार ठिकाने बदल रहा था, जिससे उसकी तलाश में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। स्थानीय मुखबिरों और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से पुलिस ने संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। आखिरकार, 9 अप्रैल को मुखबिर की सूचना पर उसे धर दबोचा गया।
कौन है आमीर उर्फ लालू?
25 साल का आमीर उर्फ लालू देहरादून के खुशहालपुर, सहसपुर का रहने वाला है। उसका आपराधिक इतिहास डराने वाला है। गैंगस्टर एक्ट से लेकर आर्म्स एक्ट और गौकशी जैसे संगीन मामलों में उसका नाम शामिल है। सहसपुर और सेलाकुई थानों में उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस का कहना है कि वह अपराध की दुनिया का जाना-पहचाना चेहरा है और उसकी गिरफ्तारी से इलाके में शांति बहाल करने में मदद मिलेगी।
पुलिस टीम की मेहनत रंग लाई
इस ऑपरेशन में विकासनगर कोतवाली की टीम ने अहम भूमिका निभाई। उपनिरीक्षक सनोज कुमार के नेतृत्व में नौशाद अंसारी, हेड कांस्टेबल उमेश और कांस्टेबल बृजपाल ने दिन-रात मेहनत की। उनकी सतर्कता और लगन ने इस मामले को सुलझाने में बड़ी भूमिका अदा की। स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है।
अपराध पर लगाम, समाज में संदेश
यह गिरफ्तारी न सिर्फ एक अपराधी को सलाखों के पीछे पहुंचाने की कहानी है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि कानून से कोई नहीं बच सकता। दून पुलिस की यह मुस्तैदी अपराधियों के लिए चेतावनी है कि देर-सवेर उन्हें अपने किए की सजा भुगतनी ही पड़ेगी।