Dehradun News : महिला दिवस पर दून पुलिस का बड़ा कदम, छात्राओं को सिखाया सुरक्षा का सबक

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दून पुलिस ने विकासनगर में जागरूकता अभियान चलाया। छात्राओं को महिला सुरक्षा, साइबर अपराध, नशे से बचाव और नए कानूनों की जानकारी दी। गौरा शक्ति ऐप और हेल्पलाइन 1930 के बारे में बताया।
Dehradun News : महिला दिवस पर दून पुलिस का बड़ा कदम, छात्राओं को सिखाया सुरक्षा का सबक

विकासनगर : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दून पुलिस ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एक खास पहल की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून के निर्देश पर विकासनगर कोतवाली पुलिस ने डाकपत्थर के एक महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।

इस मौके पर प्रभारी निरीक्षक ने युवाओं को महिला सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों से रूबरू कराया और नए आपराधिक कानून, भारतीय न्याय संहिता, में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए तय सजा और प्रावधानों की जानकारी दी।

कार्यक्रम में छात्राओं को उनके कानूनी हकों के बारे में बताया गया, जैसे किसी अपराध की स्थिति में प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने का अधिकार। इसके साथ ही उन्हें जीरो FIR और ई-FIR जैसी सुविधाओं का महत्व समझाया गया। पुलिस ने यह भी जोर दिया कि महिलाएं अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर सुरक्षित रहें और किसी भी घटना की तुरंत रिपोर्ट करें।

नशे और साइबर अपराध से बचाव पर जोर

इस जागरूकता अभियान में नशे और साइबर अपराध जैसे आज के दौर की बड़ी चुनौतियों पर भी चर्चा हुई। छात्र-छात्राओं को नशीले पदार्थों के खतरों से आगाह करते हुए पुलिस ने उनसे नशे से दूर रहने की अपील की और जीवन में कभी नशा न करने की शपथ दिलाई।

साथ ही, नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों में सहयोग करने का आह्वान किया। साइबर अपराधों से बचने के लिए भी उपयोगी सुझाव दिए गए, जैसे अज्ञात व्यक्तियों से OTP शेयर न करना या संदिग्ध लिंक्स पर क्लिक न करना। किसी साइबर अपराध की स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करने की सलाह दी गई।

गौरा शक्ति ऐप और आपात सहायता की जानकारी

कार्यक्रम में उत्तराखंड पुलिस के गौरा शक्ति ऐप के फायदों के बारे में भी बताया गया। छात्राओं को यह समझाया गया कि आपात स्थिति में 1090 पर कॉल कर तत्काल पुलिस मदद ली जा सकती है। इस पहल का मकसद युवाओं को जागरूक और सशक्त बनाना था, ताकि वे सुरक्षित और आत्मविश्वास से भरा जीवन जी सकें। दून पुलिस की यह कोशिश न सिर्फ महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी प्रयास है।

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