Dehradun News : ब्लड बैंक से लेकर इलेक्ट्रिक वाहन तक, जानिए देहरादून अस्पताल में क्या-क्या हो रहा है नया

Dehradun News : देहरादून के जिला चिकित्सालय में ब्लड बैंक, ऑटोमेटेड पार्किंग और हिलांस कैंटीन का निर्माण तेजी से चल रहा है। डीएम सविन बंसल के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो रही हैं। रक्त गरुड़ वाहन, एसएसएनसीयू और वैक्सिनेशन सेंटर जैसे कदम मरीजों के लिए वरदान हैं।
Dehradun News : ब्लड बैंक से लेकर इलेक्ट्रिक वाहन तक, जानिए देहरादून अस्पताल में क्या-क्या हो रहा है नया

Dehradun News : देहरादून, उत्तराखंड की राजधानी, अब स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने को तैयार है। मुख्यमंत्री के दृढ़ निर्णयों और जिलाधिकारी सविन बंसल के अथक प्रयासों की बदौलत जिले में विकास कार्य तेजी से धरातल पर उतर रहे हैं। खास तौर पर जिला चिकित्सालय कोरोनेशन में हो रहे बदलाव न केवल मरीजों के लिए राहत लेकर आएंगे, बल्कि आम जनता के जीवन को भी आसान बनाएंगे। आइए, जानते हैं कि कैसे यह शहर स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में एक मिसाल बन रहा है।

ब्लड बैंक 

जिला चिकित्सालय कोरोनेशन में ब्लड बैंक का निर्माण युद्धस्तर पर जारी है। 142.91 लाख रुपये की लागत से बन रहा यह ब्लड बैंक जल्द ही मरीजों के लिए वरदान साबित होगा। जिलाधिकारी सविन बंसल इसे अपनी प्राथमिकता मानते हैं और स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं। उनका लक्ष्य है कि इस वित्तीय वर्ष में ही यह सुविधा शुरू हो जाए। इस ब्लड बैंक के बनने से मरीजों और उनके परिजनों को रक्त की जरूरत पड़ने पर इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही, ‘रक्त गरुड़’ नामक इलेक्ट्रिक वाहन की सुविधा भी शुरू की जा रही है, जो रक्त की आपूर्ति को और सुगम बनाएगा। यह कदम न केवल तकनीकी उन्नति को दर्शाता है, बल्कि मरीजों के प्रति संवेदनशीलता को भी उजागर करता है।

आधुनिक सुविधाओं से लैस हो रहा चिकित्सालय

कोरोनेशन चिकित्सालय में बदलाव की लहर सिर्फ ब्लड बैंक तक सीमित नहीं है। यहां ऑटोमेटेड पार्किंग और हिलांस कैंटीन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। ऑटोमेटेड पार्किंग मरीजों और आगंतुकों के लिए पार्किंग की समस्या को खत्म करेगी, वहीं कैंटीन स्वच्छ और सस्ता भोजन उपलब्ध कराएगी।

इसके अलावा, विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (एसएसएनसीयू) की क्षमता को दोगुना किया जा रहा है, ताकि नवजात शिशुओं को बेहतर इलाज मिल सके। दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए काउंटरों की संख्या पहले ही बढ़ाई जा चुकी है। आशा घर जैसी सुविधाएं भी मरीजों के परिजनों के लिए सहारा बन रही हैं।

स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांति

जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में देहरादून के स्वास्थ्य क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कदम उठाए गए हैं। राज्य का पहला साप्ताहिक वैक्सिनेशन सेंटर शुरू किया गया है, जो हर दिन टीकाकरण की सुविधा देता है। दूरस्थ क्षेत्रों जैसे त्यूनी और साहिया में भी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया गया है।

त्यूनी चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे मशीन के साथ रेडियोलॉजिस्ट की व्यवस्था की गई है। विकासनगर चिकित्सालय में मरीजों के लिए मुफ्त भोजन की सुविधा शुरू की गई है। प्रेमनगर में ऑपरेशन थिएटर और साहिया में अल्ट्रासाउंड मशीन की शुरुआत भी डीएम के प्रयासों का नतीजा है। नारी निकेतन और एसएसएनसीयू के लिए समर्पित एम्बुलेंस सेवा भी जल्द शुरू होने वाली है।

जनता के लिए समर्पण

सविन बंसल का कार्य सिर्फ प्रशासनिक निर्णयों तक सीमित नहीं है। वह एक लोकसेवक के रूप में जनता की समस्याओं को समझते हैं और उन्हें हल करने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। उनके नेतृत्व में देहरादून का स्वास्थ्य तंत्र न केवल मजबूत हो रहा है, बल्कि यह आम लोगों के लिए ज्यादा सुलभ और भरोसेमंद भी बन रहा है। चाहे वह दवाइयों की उपलब्धता हो, अस्पतालों में बुनियादी सुविधाएं हों या फिर दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं, हर मोर्चे पर प्रगति दिख रही है।

एक नया देहरादून

यह कहना गलत नहीं होगा कि देहरादून में स्वास्थ्य सेवाओं का कायाकल्प हो रहा है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और जिलाधिकारी के समर्पण से जिला चिकित्सालय अब सिर्फ एक अस्पताल नहीं, बल्कि एक ऐसी जगह बन रहा है जहां मरीजों को सम्मान, सुविधा और बेहतर इलाज मिलता है। यह बदलाव न केवल देहरादून के लोगों के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह पूरे राज्य के लिए एक मिसाल है।

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