Dehradun News : गंदगी फैलाई तो बच नहीं पाएंगे! देखिए कैसे देहरादून पुलिस ने 6 लोगों को सिखाया सबक

Dehradun News : दून पुलिस ने नदी स्वच्छता के लिए अभियान शुरू किया। डोईवाला और नेहरू कॉलोनी में 6 लोगों के खिलाफ गंदगी फैलाने पर मुकदमा दर्ज। उत्तराखंड उच्च न्यायालय के निर्देश पर जागरूकता अभियान और सख्त कार्रवाई जारी। स्वच्छ जल स्रोतों के लिए सामुदायिक सहयोग जरूरी।
Dehradun News : गंदगी फैलाई तो बच नहीं पाएंगे! देखिए कैसे देहरादून पुलिस ने 6 लोगों को सिखाया सबक

Dehradun News : देहरादून की नदियों और जल स्रोतों को स्वच्छ रखने के लिए दून पुलिस ने एक विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान का मकसद न केवल जल स्रोतों में गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना है, बल्कि स्थानीय लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना भी है। उत्तराखंड उच्च न्यायालय के निर्देशों के पालन में यह कदम उठाया गया है, जिसके तहत नदियों और जल स्रोतों को प्रदूषण से बचाने के लिए सख्ती और जागरूकता दोनों पर जोर दिया गया है।

अभियान की शुरुआत 

देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने सभी थाना प्रभारियों को उच्च न्यायालय के आदेशों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत डोईवाला और नेहरू कॉलोनी जैसे क्षेत्रों में पुलिस ने सक्रियता दिखाई। लाउड हेलर और सामुदायिक गोष्ठियों के जरिए नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोगों को कूड़ा-कचरा न फेंकने और जल स्रोतों को स्वच्छ रखने की अपील की गई। साथ ही, गंदगी फैलाने वालों को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई। 

इस अभियान के दौरान पुलिस ने उन लोगों पर विशेष नजर रखी, जो नदियों और नालों में कचरा डाल रहे थे। डोईवाला और नेहरू कॉलोनी में छह लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमे दर्ज किए। इनमें आनंद प्रकाश, मनोज, सुरेंद्र राजपूत, एहसान अली, अजय सोनकर और करण सिंह नेगी शामिल हैं। इनके खिलाफ बीएनएस की धारा 279 के तहत कार्रवाई की गई, जो पर्यावरण प्रदूषण के मामलों में लागू होती है।

क्यों जरूरी है यह अभियान?

नदियाँ और जल स्रोत हमारे पर्यावरण का आधार हैं। देहरादून जैसे शहर में, जहाँ प्राकृतिक सौंदर्य और जल स्रोत पर्यटन का मुख्य आकर्षण हैं, इनकी स्वच्छता बेहद जरूरी है। कचरा और गंदगी न केवल जल को दूषित करते हैं, बल्कि इससे जलीय जीव-जंतुओं और मानव स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए पुलिस और प्रशासन को सक्रिय कार्रवाई करने का आदेश दिया है। 

दून पुलिस का यह अभियान न केवल कानूनी कार्रवाई तक सीमित है, बल्कि इसमें सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया जा रहा है। पुलिस का मानना है कि जागरूकता के बिना सख्ती का असर स्थायी नहीं होगा। इसलिए, गोष्ठियों और प्रचार के जरिए लोगों को यह समझाने की कोशिश की जा रही है कि स्वच्छ नदियाँ न केवल पर्यावरण के लिए, बल्कि उनकी अपनी सेहत और भविष्य के लिए भी जरूरी हैं।

स्थानीय लोगों की भूमिका

इस अभियान में स्थानीय समुदाय की भूमिका अहम है। पुलिस ने नदी किनारे रहने वाले लोगों से अपील की है कि वे कचरा प्रबंधन के लिए जिम्मेदार रवैया अपनाएँ। कूड़ा-कचरा निर्धारित डंपिंग स्थानों पर ही डालें और नदियों को प्रदूषित करने से बचें। साथ ही, पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। 

दून पुलिस का यह अभियान एक बार की कार्रवाई नहीं है। एसएसपी देहरादून ने सभी थाना प्रभारियों को नियमित रूप से जागरूकता अभियान चलाने और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, पुलिस अन्य सरकारी विभागों और गैर-सरकारी संगठनों के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान को और प्रभावी बनाने की योजना बना रही है। 

यह अभियान देहरादून के लिए एक सकारात्मक कदम है, जो न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा, बल्कि शहर की प्राकृतिक सुंदरता को भी बनाए रखेगा। अगर स्थानीय लोग और प्रशासन मिलकर इस दिशा में काम करें, तो देहरादून की नदियाँ फिर से स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त हो सकती हैं।

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