Dehradun News : देहरादून में पानी का संकट खत्म करने की तैयारी, डीएम ने उठाया बड़ा कदम

Dehradun News : गर्मियों में पेयजल संकट से निपटने के लिए देहरादून के डीएम सविन बंसल ने कंट्रोल रूम, टैंकर व्यवस्था और हेल्पलाइन नंबर शुरू करने के निर्देश दिए। जल संस्थान और यूपीसीएल को निर्बाध आपूर्ति के लिए बजट और मैनपावर बढ़ाने को कहा। हर नागरिक तक साफ पानी पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकता है।
Dehradun News : देहरादून में पानी का संकट खत्म करने की तैयारी, डीएम ने उठाया बड़ा कदम

Dehradun News : देहरादून में जैसे-जैसे गर्मी का पारा चढ़ रहा है, वैसे-वैसे पानी और बिजली की समस्याएं भी लोगों के लिए सिरदर्द बनती जा रही हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल ने कमर कस ली है।

10 अप्रैल, 2025 को ऋषिपर्णा सभागार में आयोजित एक अहम बैठक में डीएम ने साफ कहा कि गर्मियों में पेयजल और बिजली की आपूर्ति में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनका मकसद हर नागरिक तक साफ और निर्बाध पानी पहुंचाना है, और इसके लिए जिला प्रशासन पूरी ताकत झोंक रहा है।

कंट्रोल रूम से लेकर टैंकर तक: हर मोर्चे पर तैयारी

डीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जिले में एक कंट्रोल रूम बनाया जाए, जहां जल संस्थान, जल निगम, विद्युत विभाग, स्मार्ट सिटी और यूयूएसडीए जैसे सभी महत्वपूर्ण विभागों से एक-एक जूनियर इंजीनियर (जेई) हर वक्त मौजूद रहेगा। यह कंट्रोल रूम दिन-रात आने वाली शिकायतों पर तुरंत एक्शन लेगा।

सुबह और शाम लोगों से मिलने वाली डिस्ट्रेस कॉल्स का समाधान करना इन अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा, हर डिवीजन के लिए एक रोस्टर तैयार किया जाएगा, जिसमें जिम्मेदार अधिकारी अपनी आपातकालीन योजनाओं और संपर्क सूची के साथ तैयार रहेंगे।

डीएम ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि पानी के टैंकरों के टेंडर फाइनल हो जाएं और जल स्रोतों की सफाई का काम जल्द से जल्द पूरा हो। पेयजल संकट वाले इलाकों में वैकल्पिक व्यवस्थाएं की जाएंगी, जैसे ट्यूबवेल पर अतिरिक्त पंप और मोटर लगाना। हर डिवीजन के हेल्पलाइन नंबर को बार-बार लोगों तक पहुंचाने के लिए भी कहा गया, ताकि कोई भी परेशानी होने पर फौरन मदद मिल सके।

बजट की कमी नहीं, बस काम में तेजी चाहिए

जिलाधिकारी ने बैठक में अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि पेयजल और बिजली की निर्बाध आपूर्ति के लिए बजट की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि लाइनमैन, ट्यूबवेल ऑपरेटर और अन्य जरूरी कर्मचारियों की पर्याप्त संख्या में तैनाती की जाए। जहां जरूरत हो, वहां मैनपावर बढ़ाई जाए, ताकि किसी भी इलाके में पानी या बिजली की दिक्कत न हो। डीएम का साफ संदेश था कि मैनपावर की कमी का बहाना नहीं चलेगा। 

पानी की लाइनों में लीकेज को ठीक करने और उनके रखरखाव पर भी खास जोर दिया गया। डीएम ने कहा कि जल संकट वाले इलाकों को चिन्हित कर वहां टैंकरों और वैकल्पिक साधनों से नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। ट्यूबवेल पर बिजली की कटौती न हो, इसके लिए खास इंतजाम करने को कहा गया।

लोगों की परेशानी दूर करना पहली प्राथमिकता

बैठक में डीएम ने सभी विभागों से गर्मियों के लिए उनकी तैयारियों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी। जल संकट वाले इलाकों के नाम, वहां के जिम्मेदार अधिकारियों की जानकारी, टैंकरों के फिलिंग पॉइंट्स और मैनपावर की तैनाती जैसे ब्योरे कंट्रोल रूम को तुरंत देने के निर्देश दिए गए। साथ ही, सभी डिवीजनों के टोल-फ्री नंबरों का प्रचार करने पर जोर दिया, ताकि लोग आसानी से अपनी शिकायत दर्ज करा सकें।

डीएम ने अपर जिलाधिकारी को भी ग्राउंड लेवल की समस्याओं को समझने और उनका समाधान करने के लिए सभी डिवीजनों के साथ बैठक करने को कहा। इस दौरान जल संस्थान, जल निगम, यूपीसीएल और स्मार्ट सिटी जैसे विभागों ने अपनी तैयारियों के बारे में बताया। अधिकारियों ने जानकारी दी कि संकटग्रस्त इलाकों में टैंकरों से पानी पहुंचाने और ट्यूबवेल पर जनरेटर लगाने के लिए टेंडर हो चुके हैं।

जिला प्रशासन का वादा: हर घर तक पानी

गर्मियों में बढ़ती पानी और बिजली की मांग को देखते हुए जिला प्रशासन का यह कदम लोगों के लिए राहत की उम्मीद लेकर आया है। डीएम सविन बंसल ने साफ कहा कि उनकी प्राथमिकता हर नागरिक को साफ और नियमित पेयजल मुहैया कराना है। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा और कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जो इस बात का सबूत है कि प्रशासन इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह गंभीर है।

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