Dehradun News : देहरादून में ट्रैफिक की टेंशन होगी खत्म, 11 जंक्शनों पर लगेंगी ट्रैफिक लाइट!

देहरादून: राजधानी देहरादून में विकास और सुविधाओं का नया दौर शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संकल्प को हकीकत में बदलने के लिए जिला प्रशासन दिन-रात जुटा हुआ है। जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में न सिर्फ शहर की समस्याओं का समाधान हो रहा है, बल्कि देहरादून की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को भी नई चमक मिल रही है।
मानसून में अब शहर का मुख्य द्वार कहलाने वाला आईएसबीटी चौक जलमग्न नहीं होगा। इसके लिए स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत नया ड्रेनेज सिस्टम बनाने का काम शुरू हो गया है। जिलाधिकारी ने नाले की सफाई से लेकर जल निकासी तक की योजना को मजबूती दी है। स्मार्ट सिटी बजट से 10 करोड़ रुपये का इंतजाम कर न केवल निर्माण, बल्कि इसके रखरखाव की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। इससे यात्रियों और स्थानीय लोगों को बारिश के दिनों में होने वाली परेशानी से छुटकारा मिलेगा।
देहरादून की सांस्कृतिक धरोहर को संवारने के लिए भी बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। साईं मंदिर जंक्शन, कुठालगेट, और दिलाराम चौक को पहाड़ी शैली में सौंदर्यीकरण के जरिए नया रूप दिया जा रहा है। इन चौराहों को स्थानीय कला, संस्कृति और राज्य आंदोलनकारियों की यादों से सजाया जाएगा। इससे न सिर्फ शहर की खूबसूरती बढ़ेगी, बल्कि पर्यटकों को उत्तराखंड की समृद्ध विरासत से जुड़ने का मौका भी मिलेगा।
सुरक्षा और सुगम यातायात के लिए भी प्रशासन सक्रिय है। शहर के 11 व्यस्त जंक्शनों पर ट्रैफिक लाइट लगाने की तैयारी पूरी हो चुकी है और अगले महीने से काम शुरू होगा। साथ ही, 5 साल में पहली बार प्रमुख चौराहों पर लगे 150 सीसीटीवी कैमरे स्मार्ट कंट्रोल रूम से जोड़े गए हैं। इससे सड़कों पर निगरानी और सुरक्षा बढ़ेगी।
जिलाधिकारी सविन बंसल का कहना है, “जनता की परेशानियों को दूर करना हमारी पहली जिम्मेदारी है।” सिर्फ बातों से नहीं, बल्कि धरातल पर काम करके वे लोगों का भरोसा जीत रहे हैं। स्मार्ट सिटी बजट का सही इस्तेमाल कर योजनाओं को समय पर पूरा करना उनकी विशेषज्ञता को दर्शाता है। देहरादून आज बदलाव की राह पर है, और यह सब जिला प्रशासन के समर्पण का नतीजा है।