रायपुर रेस्टोरेंट में दबंगई! UKD कार्यकर्ताओं पर जबरन वसूली और धमकी का आरोप - रायपुर पुलिस ने किया बड़ा खुलासा!

देहरादून : 26 मार्च 2025 को देहरादून के रायपुर थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना ने स्थानीय लोगों का ध्यान खींचा। नालापानी चौक पर स्थित रजवाड़ा रेस्टोरेंट के प्रबंधक आशीष शर्मा ने थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज की, जिसमें उन्होंने रेस्टोरेंट में हुई गुंडागर्दी और जबरन वसूली की घटना का जिक्र किया। यह मामला न केवल स्थानीय व्यापारियों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि आम लोगों के बीच भी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहा है। आइए, इस घटना की पूरी कहानी को करीब से समझते हैं।
नौकरी छोड़ने से शुरू हुआ विवाद
आशीष शर्मा ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके रेस्टोरेंट में शौकीन सिंह नाम का एक युवक सैफ के तौर पर काम करता था। शौकीन सिंह, जो मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के घनसाली क्षेत्र के कंदार गांव का रहने वाला है, ने मात्र 20 दिन काम किया। प्रबंधक के मुताबिक, वह ठीक से काम नहीं करता था और विदेश जाने की बात कहकर 25 फरवरी को नौकरी छोड़कर चला गया। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। अगले ही दिन, यानी 26 फरवरी की शाम को शौकीन सिंह कुछ लोगों के साथ रेस्टोरेंट में लौटा, जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए।
यूकेडी कार्यकर्ताओं का दावा और गुंडागर्दी
शौकीन सिंह के साथ आए 6-7 लोग अपने आपको उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) के कार्यकर्ता बता रहे थे। इनमें से दो ने अपने नाम आशुतोष नेगी और आशीष नेगी बताए। शिकायत के अनुसार, इन लोगों ने रेस्टोरेंट के मालिक डॉ. दीपक गुप्ता और स्टाफ के साथ बदतमीजी की। शोर-शराबे के बीच उन्होंने सैलरी के नाम पर जबरन 12,600 रुपये वसूल लिए। इतना ही नहीं, रेस्टोरेंट की छवि खराब करने की धमकी देते हुए और पैसों की मांग करते हुए उन्होंने गाली-गलौज की और जूतों से मारपीट तक की। हालात तब और गंभीर हो गए, जब इन लोगों ने जान से मारने की धमकी दी। यह सब देखकर रेस्टोरेंट के कर्मचारी और आसपास के लोग हैरान रह गए।
पुलिस ने लिया सख्त एक्शन
आशीष शर्मा की शिकायत के आधार पर रायपुर थाने में आशुतोष नेगी, आशीष नेगी और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। मुकदमा संख्या 100/25 के तहत धारा 196, 308(5), 351(2), और 352 बीएनएस के तहत कार्रवाई शुरू की गई है। पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया है, क्योंकि मुख्य आरोपी आशुतोष नेगी पौड़ी जिले का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें मारपीट, धमकी, जबरन वसूली, और पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या इस तरह के लोग बिना डर के खुलेआम गुंडागर्दी कर सकते हैं?
क्या कहती है पुलिस और आगे की कार्रवाई
रायपुर थाना पुलिस ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। आशुतोष नेगी की आपराधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए पुलिस इस घटना को हल्के में नहीं ले रही। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं व्यापारियों के लिए बड़ी चुनौती बन रही हैं। रेस्टोरेंट मालिक डॉ. दीपक गुप्ता ने कहा, "हम मेहनत से अपना कारोबार चलाते हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं हमें डर और असुरक्षा के माहौल में धकेल देती हैं।" पुलिस ने आश्वासन दिया है कि सभी आरोपियों को जल्द पकड़ा जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।