Uttarakhand Politics : 'घाम तापो' पर सियासी घमासान! कांग्रेस ने बेरोजगारी से जोड़कर मोदी सरकार को घेरा

देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी के मुखबा में हर्षिल की जनता को एक नया नजरिया देते हुए 'घाम तापो' पर्यटन की बात कही। उन्होंने क्षेत्र में संपर्क को बेहतर करने के लिए दो नई रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी मिलने की जानकारी भी साझा की। हालांकि, पीएम मोदी के इस 'घाम तापो' पर्यटन के विचार पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने इस पर तंज कसते हुए अपनी बात रखी।
करन माहरा ने कहा कि पीएम ने यहां पर्यटन को बढ़ावा देने, रोपवे परियोजनाओं और 'घाम तापने' की चर्चा की। लेकिन उनका कहना था कि बीजेपी के शासन में हमारे गांवों के पढ़े-लिखे नौजवान रोजगार और काम के मौके न मिलने की वजह से बस धूप ही सेंक रहे हैं।
माहरा ने पीएम के संबोधन में रोपवे परियोजना का जिक्र होने पर कहा कि केदारनाथ यात्रा का समय 9 घंटे से घटकर 3 घंटे हो जाएगा। लेकिन बीजेपी सरकार में केदारनाथ यात्रा के दौरान बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी देखी गई है। उन्होंने बताया कि वहां घंटों दर्शन के लिए खड़ी महिलाओं के लिए आधा किलोमीटर तक शौचालय तक नहीं है और रैन बसेरों की हालत भी जर्जर है।
माहरा ने सवाल उठाया कि जब सुविधाएं ही नहीं होंगी, तो ज्यादा लोग वहां पहुंचकर क्या फायदा लेंगे? यह एक गंभीर चिंता का विषय है। इसके साथ ही, उन्होंने अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाओं का भी मुद्दा उठाया। माहरा का मानना है कि सिर्फ नेताओं के बड़े-बड़े भाषणों से कुछ नहीं होगा।
पहले यहां की व्यवस्थाओं को ठीक करना जरूरी है, तभी बाहर से पर्यटक उत्तराखंड आएंगे और प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।