Haridwar News : गंगा किनारे उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, हरकी पैड़ी पर हुआ मनोज कुमार का अस्थि विसर्जन

Haridwar News : धर्मनगरी हरिद्वार की पवित्र हरकी पैड़ी पर एक मार्मिक क्षण तब देखने को मिला, जब हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता स्वर्गीय मनोज कुमार की अस्थियों को उनकी अंतिम यात्रा पर मां गंगा की गोद में सौंपा गया। 'भारत कुमार' के नाम से मशहूर इस अभिनेता ने अपनी फिल्मों के जरिए देशभक्ति और सामाजिक मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाया। उनकी यह अंतिम यात्रा भी उतनी ही गरिमामय और भावपूर्ण थी, जितना उनका जीवन रहा।
हरकी पैड़ी पर वैदिक रीति-रिवाजों का पालन
हरिद्वार की हरकी पैड़ी, जहां गंगा की लहरें आध्यात्मिक शांति का संदेश देती हैं, वहां मनोज कुमार के परिवार ने उनकी अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया। इस दौरान उनके दोनों पुत्र, कुणाल और विशाल, परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मौजूद थे। तीर्थ पुरोहित विवेक शर्मा ने वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ ब्रह्मकुंड पर यह पवित्र कार्य संपन्न कराया। मंत्रों की गूंज और गंगा की लहरों के बीच यह पल सभी के लिए गहरी संवेदना से भरा था। कुणाल ने भावुक स्वर में कहा, "हमने मां गंगा से पिताजी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। यह उनके लिए हमारी अंतिम श्रद्धांजलि है।"
मनोज कुमार: एक युग का अंत
मनोज कुमार का नाम हिंदी सिनेमा में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। 4 अप्रैल 2025 को 87 वर्ष की आयु में मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में उनका निधन हो गया। लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे इस महान अभिनेता ने 'उपकार', 'पूरब और पश्चिम', और 'रोटी कपड़ा और मकान' जैसी फिल्मों के जरिए न केवल मनोरंजन किया, बल्कि समाज को नई दिशा भी दी। उनकी फिल्में आज भी देशभक्ति और सामाजिक एकता का प्रतीक मानी जाती हैं। उनके निधन से सिनेमा जगत में शून्य सा पैदा हो गया।
बॉलीवुड ने दी अंतिम विदाई
मनोज कुमार के निधन के बाद मुंबई में उनके आवास पर सिनेमा जगत के कई दिग्गजों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, और सलीम खान जैसे सितारों ने इस मौके पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। 5 अप्रैल को उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान उनके प्रशंसकों और सहकर्मियों की आंखें नम थीं।
हरिद्वार में श्रद्धांजलि का माहौल
हरकी पैड़ी पर अस्थि विसर्जन के दौरान हरिद्वार में भी मनोज कुमार के प्रति श्रद्धा का माहौल था। तीर्थ पुरोहित विवेक शर्मा ने बताया कि मनोज कुमार का परिवार पूरी श्रद्धा के साथ इस कार्य को संपन्न करने आया था। उन्होंने कहा, "यह एक गर्व का क्षण है कि इतने महान व्यक्तित्व की अंतिम यात्रा में हम सहभागी बने। मां गंगा उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।" इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने भी मनोज कुमार की स्मृति में अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
एक प्रेरणा जो हमेशा जिंदा रहेगी
मनोज कुमार केवल एक अभिनेता ही नहीं, बल्कि एक विचारधारा थे। उनकी फिल्मों ने नई पीढ़ी को देशप्रेम और सामाजिक जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाया। हरिद्वार में उनकी अस्थियों का गंगा में विसर्जन न केवल उनकी अंतिम विदाई थी, बल्कि यह भी एक संदेश था कि उनकी विरासत हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगी। मां गंगा की पवित्र धारा में उनकी अस्थियां विलीन हो गईं, लेकिन उनकी कहानियां और संदेश हमेशा गूंजते रहेंगे।