Uttarakhand News Bulletin-34 : उत्तरकाशी जिले में बारिश के कारण सड़कों के बंद होने का सिलसिला जारी, जानिए उत्तरकाशी की ऐसी ही तमाम छोटी बड़ी खबरें...

Uttarakhand News Bulletin-34 : Due to rain in Uttarkashi district, the process of closure of roads continues, know all such small and big news of Uttarkashi

Uttarakhand News Bulletin-34 : उत्तरकाशी जिले में बारिश के कारण सड़कों के बंद होने का सिलसिला जारी, जानिए उत्तरकाशी की ऐसी ही तमाम छोटी बड़ी खबरें...

उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले में बारिश के कारण सड़कों के बंद होने का सिलसिला जारी है। जिले में बीती शुक्रवार रात भारी बारिश के कारण 11 ग्रामीण मोटरमार्ग यातायात के लिए ठप हो गए। हालांकि शनिवार दोपहर बाद कुछ सड़कें खुलने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।

सात मोटरमार्ग अभी भी आवाजाही के लिए बंद हैं। उधर, गंगोत्री व यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर यातायात निर्बाध रूप से जारी है। रात्रि में हुई बारिश के कारण शनिवार को सुबह जिले में एक दर्जन सड़कों पर आवाजाही बंद हो गई थी।

बारिश के कारण थाती-धारकोट मुसड़गांव मोटरमार्ग, नौगांव स्योरी, गमदिड़ गांव-देवल, आराकोट भुटाणु, भुक्की कुंज्जन, नाकुरी सिंगोट व धरासू-जिब्या तराकोट मोटरमार्ग यातायात के लिए ठप पड़े हैं। इनमें जिब्या तराकोट व नौगांव-स्योरी मोटरमार्ग तीन-चार दिनों से ठप पड़े हैं, जिसके चलते ग्रामीणों को आवागमन संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

हालांकि विभागों ने शनिवार तक इन मार्गों को खोलने का दावा किया है, लेकिन जिले में रिमझिम बारिश के बीच सड़कें खोलने में दिक्कतें आने से इन मार्गों के देर शाम तक आवाजाही के लिए खुलने की संभावना नजर नहीं आ रही।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि सड़कों को खोलने के लिए विभागीय मशीनरी मौके पर मौजूद है।

हर्षोल्लास के साथ हुई बीज बम अभियान की शुरुआत

उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले में शनिवार को बीज बम सप्ताह अभियान की शुरूआत हर्षोल्लास के साथ की गई। जिला सभागार में अभियान का शुभारंभ करते पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण व संवर्द्धन के लिए बीज बम अच्छी पहल है।

वहीं दूसरी ओर जिले भर के विद्यालय के छात्रों ने बीज बम बनाकर विद्यालय के आसपास बंजर व रिक्त पड़ी भूमि पर फेंक कर इसकी शुरूआत की। शनिवार को जिला सभागार में प्रदेश स्तर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीज बम सप्ताह अभियान का शुभारंभ किया।

जिले में भी यह कार्यक्रम पर्यावरण विदों,स्कूली बच्चों और नागरिकों द्वारा लाइव देखा गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ करते विधायक पुरोला दुर्गेश्वर लाल ने कहा कि इससे हमारे आस- पास के पर्यावरण को सुरक्षित व संतुलित वातावरण प्रदान करेगा। जाड़ी संस्था की इस पहल के माध्यम से जंगली जानवरों को जहां उनका आहार जंगलों में ही आसानी से मिल पाएगा।

वहीं आबादी क्षेत्र वाला भी जंगली जानवरों से भय मुक्त रहेगा। कहा कि अमूमन देखा गया है कि अधिकांश हमारे गांव जंगलों से ही लगे हुए और कभी हमारे गांव की खेती को जंगली जानवर नष्ट कर देते हैं। इस पहल के माध्यम से जंगली जानवरों के आबादी क्षेत्र के विचरण पर अंकुश लग सकेगा।

पर्यावरण संरक्षण व संवर्द्धन के लिए यह पहल मिल का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर डीएम अभिषेक रुहेला ने कहा कि बीज बम का यह अभियान जनपद में 15 जुलाई तक संचालित किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर राइंका श्रीकाल, राइंका कंवा एटहाली सहित जिले भर के विद्यालयों के छात्रों ने बीज बम अभियान की शुरूआत की।

कार्यक्रम में प्रभागीय वनाधिकारी पुनीत तोमर, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप सिंह मटूड़ा, अध्यक्ष प्रधान संगठन डुण्डा वृजपाल रजवार, ग्राम प्रधान चिणाखोली महेश नौटियाल सहित एनसीसी, स्कूली छात्र - छात्राएं ,पंचायत प्रतिनिधि,पर्यावरणविद आदि मौजूद रहे l

उत्तरकाशी में एआरटीओ ने 34 वाहनों के चालान काटे

उत्तरकाशी। उत्तरकाशी में एआरटीओ मुकेश सैनी के नेतृत्व में प्रवर्तन दल ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत सघन चेकिंग अभियान चलाकर यातायात नियमों की जानकारी दी। इस दौरान बिना लाइसेंस, हेल्मेट व ट्रिपल राइडिंग करते हुए पाए जाने पर 34 वाहनों के चालान काटे।

एआरटीओ मुकेश सैनी ने शनिवार को बताया कि 6 से 8 जुलाई तक उत्तरकाशी में एक विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान में स्कूली बसों व दुपहिया वाहनों की सघन चेकिंग की गई। अभियान के दौरान बिना लाइसेंस, ओवरलोडिंग, बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चलाने और ट्रिपल राइडिंग करते हुए कई वाहन पकड़े गए।

सैनी ने बताया कि कुल 114 स्कूली बसों और दुपहिया वाहनों को रोका गया, जिसमें 34 वाहनों के मोटर व्हीकल एक्ट के अन्तर्गत विभिन्न अभियोगों में चालान काटे हैं। इसके साथ ही जो स्कूली बच्चे बिना लाइसेंस व हेल्मेट पहने हुए वाहन चलाते पाए गए उनका तत्काल चालान किया गया।

साथ ही उनके अभिभावकों को सूचित किया गया। इस मौके पर स्कूली बच्चों व अभिभावकों की काउंसलिंग भी की गई। अभियान में स्कूली बसों में फर्स्ट एड बॉक्स, जीपीएस, स्पीड गवर्नर, अग्निशमन यंत्र एवं सीसीटीवी कैमरा आदि की जांच शामिल रही।

गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की

उत्तरकाशी। भारतीय गो क्रांति मंच के संस्थापक और प्रख्यात गो कथा वाचक हिमालय पीठ गोपाल मणि महाराज ने केंद्र सरकार से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की है। कहा कि गो माता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए उनकी लड़ाई विशुद्ध है। शनिवार को पंजबा सिंह क्षेत्र में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान गो-कथा वाचक गोपाल मणि महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति की मूल आधार गो और गंगा है।

समस्त वेद, पुराण, उपनिषदों में गाय विश्व की माता है की महिमा उल्लेखित है। भारतीय गो क्रांति मंच सनातन धर्म की मूल आधार गो को राष्ट्रमाता का संवैधानिक सम्मान दिलाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। सरकार को जगाने के लिए दिल्ली और अन्य जनपदों में गो के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए जनजागरण, रैलियां कर चुके हैं, लेकिन उनकी मांग पर गोर नहीं किया गया। कहा कि मंच की पहल पर प्रदेश में वर्ष 2018 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने गो को राष्ट्रमाता घोषित करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया और आवश्यक कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार को प्रेषित किया था। लेकिन उक्त प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया। कहा कि कहा कि हम राम कथा, भागवत कथा, देवी भागवत, पुराणों के आधार पर गोमाता को सिद्घ कर रहे हैं।

भारत सरकार ‌अविलंब गाय को सम्मान प्रदान करे। गाय को सम्मान दिलाने की हमारी लड़ाई विशुद्घ धार्मिक है। कलयुग में ध्यान, योग, पूजा सफल नहीं है इसलिए हमने गोमाता का आंदोलन छेड़ा है।

चंद्र शेखर भट्ट बने गो क्रांति मंच के अध्यक्ष:  शनिवार को पंजाब सिंह क्षेत्र में भारतीय गो क्रांतिमंच उत्तरकाशी की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें सर्व सहमति से चंद्रशेखर भट्ट अध्यक्ष व प्रताप रावत महामंत्री चुने गए। जबकि अतर सिंह भंडारी, महादेव प्रसाद नौटियाल, ‌‌शिव प्रसाद व्यास, चंद्रशेखर नौटियाल, शांति प्रसाद भट्ट व संजय पंवार उपाध्यक्ष, राजीव सेमवाल, शिव प्रसाद भट्ट को सचिव नियुक्त किया गया।

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