Uttarakhand News ।। मंत्री रेखा का बयान मानसिक दिवालियापन का जीता जागता नमूना : मोर्चा

अपात्र कार्ड धारकों को कार्ड सरेंडर करने की एवज में इनाम देने का मामला, जिन अपात्रों ने गरीबों/ मजदूरों का राशन डकारा, उनको कैसा इनाम ! 
Uttarakhand News ।। मंत्री रेखा का बयान मानसिक दिवालियापन का जीता जागता नमूना : मोर्चा

देहरादून : जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि खाद्य मंत्री श्रीमती रेखा आर्य द्वारा घोषणा (बयान) की गई कि जिन अपात्र लगभग 91000 कार्ड धारको द्वारा अंत्योदय /बीपीएल/ एपीएल के कार्ड सरेंडर कराए गए हैं।

उनको प्रोत्साहन स्वरूप सम्मानित किया जाएगाजन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी उक्त घोषणा बयान बहुत ही गैर जिम्मेदाराना है। नेगी ने कहा कि जिन अपात्र लोगों ने प्रदेश के गरीबों/ विधवाओं/ मजदूरों के हक पर वर्षों तक डाका डालने का काम किया, उनको सजा देने के बजाय इनाम की बात की जा रही है, जिसको मोर्चा कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।

ऐसा प्रतीत होता है कि मंत्री मानसिक संतुलन खो चुकी हैंजन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी इस प्रोत्साहन/ सम्मान योजना के पीछे जनता की नाराजगी यानी जिनके राशन कार्ड सरेंडर किए गए हैं, उनके कोप भाजन का शिकार मंत्री न बने इसलिए ऐसा कुकृत्य किया जा रहा है।

नेगी ने कहा कि प्रदेश में हजारों/ लाखों व्यक्ति आज भी अत्याधिक गरीबी रेखा के नीचे दो वक्त की रोटी के लिए जूझ रहे हैं तथा अमीरों/ अपात्रों द्वारा जो उनका निवाला छीना गया वह माफी के काबिल नहीं है।

कुछ दिन पहले विभागीय मंत्री द्वारा बड़े-बड़े दावे किए गए कि जो लोग कार्ड सरेंडर नहीं करेंगे, उनके खिलाफ मुकदमा तथा वसूली की कार्रवाई की जाएगी, लेकिन चार कदम चलते ही मंत्री श्रीमती रेखा को दिन में ही तारे नजर आने लगे।

नेगी ने कहा कि जो काम वर्षों पहले हो जाना चाहिए था वो काम खाद्य सचिव श्री सचिन कुर्वे ने मात्र 2 महीने में ही कर दिखाया तथा गरीबों को उनका हक दिलाने का जो प्रयास किया गया, निश्चित तौर पर काबिले तारीफ है।

नेगी ने कहा कि कुछ कार्ड धारक पहले बीपीएल की श्रेणी में थे, लेकिन वक्त गुजरने के साथ वो लोग अब मध्यम श्रेणी में आ गए हैं तथा उन्होंने अपने कार्ड सरेंडर किए हैं, वो जायज हैं, लेकिन जो वर्षों पहले अमीर बने बैठे थे उनके द्वारा गरीबों का हक जरूर मारा गया।

नेगी ने तंज कसते हुए कहा कि सम्मान स्वरूप जो शॉलें खरीदी जाएंगी, उनमें भी बहुत बड़ा खेल होगा। मोर्चा सरकार से अपील करता है कि ऐसी परंपरा बंद कर अच्छा संदेश देने का काम करे।

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