UKSSSC: पेपर लीक के आरोपी 105 अभ्यर्थियों पर गिरी गाज, आगामी पांच साल तक लगा प्रतिबंध

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने दो भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक करने के आरोपी 105 अभ्यर्थियों को सभी परीक्षाओं से पांच साल के लिए प्रतिवारित (डिबार) कर दिया है। यह अभ्यर्थी अब आयोग की किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। सभी पर सात अप्रैल 2023 से आगामी पांच साल तक प्रतिबंध लगा है।
UKSSSC: पेपर लीक के आरोपी 105 अभ्यर्थियों पर गिरी गाज, आगामी पांच साल तक लगा प्रतिबंध  

आयोग ने जेई भर्ती का नोटिफिकेशन 26 नवंबर 2021 को जारी किया था। बाद में जांच के दौरान इस परीक्षा का पेपर लीक पाया गया। इसी साल आठ जनवरी को पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा कराई थी। यह पेपर भी लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कराई गई। नकल में शामिल सभी अभ्यर्थियों पर आयोग ने प्रतिबंध लगाया है।

दरअसल, राज्य लोक सेवा आयोग ने 776 पदों के लिए जेई भर्ती का नोटिफिकेशन 26 नवंबर 2021 को जारी किया था। इस भर्ती के लिए परीक्षा सात से 10 मई 2022 को हुई। परीक्षा में 3853 अभ्यर्थी पास हुए थे, जिन्हें इंटरव्यू के लिए चुना गया था। बाद में जांच के दौरान इस परीक्षा का पेपर लीक पाया गया।

आयोग ने परीक्षा रद्द कर दी थी। इस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने के 61 अभ्यर्थियों पर आयोग ने पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध सात अप्रैल 2023 तक आगामी पांच साल के लिए रहेगा।

इसी प्रकार, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने इसी साल आठ जनवरी को पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा कराई थी, जिसमें 1,14,071 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इस परीक्षा का पेपर आयोग के ही अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने लीक कर दिया था।

आयोग की किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे ये अभ्यर्थी

संजीव तो सलाखों के पीछे चला गया और आयोग ने भर्ती परीक्षा रद्द कर दी थी। इस परीक्षा की पुलिस ने जांच की तो अब तक सामने आए 44 अभ्यर्थियों को आयोग ने डिबार करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। आरोपी अभ्यर्थियों के जवाब आने के बाद शुक्रवार को आयोग ने इन सभी अभ्यर्थियों पर भी सात अप्रैल 2023 से आगामी पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया है।

अब ये अभ्यर्थी भी आयोग की किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। आपको बता दें कि इससे पहले उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने भी चार भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक करने वाले 180 अभ्यर्थियों को पांच साल के लिए डिबार कर दिया था।

इन विभागों में मिलनी थी जेई भर्ती से नौकरी

ग्रामीण निर्माण विभाग, लघु सिंचाई विभाग, पंचायती राज विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, लोक निर्माण विभाग, आवास विभाग में जेई सिविल, ग्रामीण निर्माण विभाग, लोक निर्माण विभाग और विद्युत सुरक्षा विभाग में जेई इलेक्ट्रिकल, सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई विभाग और लोक निर्माण विभाग में जेई मैकेनिकल, लघु सिचांई विभाग में जेई मैकेनिकल एग्रीकल्चर और जेई कृषि विभाग में 776 पदों पर भर्ती की जानी थी।

अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के 22 अभ्यर्थियों पर भी प्रतिबंध

अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 17 मई तक जिन 22 अभ्यर्थियों को नोटिस भेजा था, उन पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया है। आयोग के सचिव सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि तकनीशियन ग्रेड-परीक्षा 2017 में पेपर लीक या नकल के आरोपी छह अभ्यर्थियों को डिबार किया गया है। कनिष्ठ सहायक स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा 2018 में एक आरोपी अभ्यर्थी को डिबार किया गया है। सहायक अध्यापक एलटी भर्ती परीक्षा के 15 अभ्यर्थियों को भी पांच साल के लिए डिबार कर दिया गया है।

डिबार हुए अभ्यर्थी कहीं नहीं दे पाएंगे परीक्षा

पेपर लीक के आरोप में जो भी अभ्यर्थी डिबार किए गए हैं, वह कहीं भी परीक्षा नहीं दे पाएंगे। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और उत्तराखंड लोक सेवा आयोग इस बाबत अपने डाटा साझा करने की नियमावली बना रहे हैं, ताकि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा में राज्य लोक सेवा आयोग और राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षा में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के डिबार अभ्यर्थी शामिल न होने पाएं। इसी प्रकार, डिबार हुए अभ्यर्थी संघ लोक सेवा आयोग की भी परीक्षा से डिबार हो गए हैं।

पुलिस जांच रिपोर्ट के आधार पर जिन अभ्यर्थियों की सूची मिली थी, उनमें से 105 को पांच साल के लिए सभी आयोगों से डिबार कर दिया गया है। वह कहीं परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। - गिरधारी सिंह रावत, सचिव, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग

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