Nirjala Ekadashi 2025 : धनु राशि वालों के लिए खास चेतावनी, निर्जला एकादशी पर हो सकते हैं ये बड़े नुकसान

Nirjala Ekadashi 2025 : हिंदू धर्म में सबसे पवित्र और कठिन व्रतों में से एक मानी जाती है। यह पर्व भक्ति, संयम और आध्यात्मिकता का प्रतीक है, जिसमें बिना जल ग्रहण किए उपवास रखा जाता है। साल 2025 में निर्जला एकादशी का विशेष महत्व है, क्योंकि इस बार शुभ योगों के साथ-साथ भद्रा का साया भी रहेगा।
भद्रा इस दिन पाताल में रहेगी, जिसके कारण भद्रावास योग का दुर्लभ संयोग बनेगा। हालांकि भद्रा का प्रभाव कम रहेगा, फिर भी कुछ राशियों को सावधानी बरतने की जरूरत है। आइए जानते हैं कि निर्जला एकादशी 2025 पर कर्क, धनु और कुंभ राशि वालों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और इस पर्व का महत्व क्या है।
निर्जला एकादशी का धार्मिक महत्व
निर्जला एकादशी का व्रत ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने और पापों से मुक्ति के लिए किया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से सभी 24 एकादशियों का पुण्य प्राप्त होता है।
इस बार 6 जून 2025 को पड़ने वाली निर्जला एकादशी पर शुभ योग बन रहे हैं, जो इसे और भी विशेष बनाते हैं। लेकिन भद्रावास योग के कारण कुछ राशियों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए निर्जला एकादशी 2025 पर भद्रा का प्रभाव उतार-चढ़ाव ला सकता है। इस दौरान वाणी पर नियंत्रण रखना बेहद जरूरी है। किसी भी तरह के वाद-विवाद से बचें, क्योंकि इससे कानूनी विवाद या कोर्ट-कचहरी की स्थिति बन सकती है। स्वास्थ्य के लिहाज से सात्विक भोजन पर ध्यान दें और बाहर का खाना खाने से परहेज करें, नहीं तो पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। भद्रा के प्रभाव से भावनात्मक अस्थिरता और सामाजिक रिश्तों में असंतुलन की आशंका है। इस दिन ध्यान और पूजा में समय बिताएं, ताकि मानसिक शांति बनी रहे।
धनु राशि
धनु राशि वालों को निर्जला एकादशी 2025 पर भद्रावास योग के कारण कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस योग के प्रभाव से संतान से जुड़ी चिंताएं या परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य को लेकर भागदौड़ हो सकती है। नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर असंतोष का सामना करना पड़ सकता है।
व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए धैर्य रखें। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और दान-पुण्य करें, ताकि नकारात्मक प्रभाव कम हो और सकारात्मक ऊर्जा मिले।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए भद्रावास योग स्वास्थ्य और आर्थिक मामलों में सतर्कता बरतने का संदेश देता है। इस दिन धन के लेन-देन से बचें और वाहन चलाते समय सावधानी रखें, क्योंकि चोट लगने की आशंका है। आध्यात्मिक प्रगति में रुकावटें आ सकती हैं, जिससे मानसिक अशांति हो सकती है। पारिवारिक रिश्तों में तनाव या असहमति की स्थिति से बचने के लिए संवाद में नरमी रखें। इस दिन भगवान विष्णु की आराधना और जल दान करने से सकारात्मक फल प्राप्त होंगे।
निर्जला एकादशी पर क्या करें और क्या न करें
निर्जला एकादशी का व्रत कठिन होता है, इसलिए इसे पूरी श्रद्धा और नियमों के साथ करें। सुबह स्नान के बाद भगवान विष्णु की पूजा करें और संकल्प लें। व्रत के दौरान जल का त्याग करें और सात्विक भोजन करें। भद्रा के प्रभाव को कम करने के लिए दान-पुण्य और मंत्र जाप करें। किसी भी तरह की नकारात्मक बातचीत या विवाद से बचें। इस दिन गरीबों को जल, भोजन और वस्त्र दान करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है।