Health Tips : अगर लंच के बाद आता है आलस, तो आज ही खाना शुरू करें ये दो खास चीजें

Health Tips : दोपहर में खाना खाने के बाद क्या आपको भी नींद और आलस घेर लेता है? कई लोग लंच के बाद थकान और सुस्ती की शिकायत करते हैं, जिससे काम में ध्यान लगाना मुश्किल हो जाता है। इस सुस्ती से बचने के लिए कुछ लोग चाय या कॉफी का सहारा लेते हैं, तो कुछ सिगरेट की तरफ बढ़ते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी थाली में छोटे बदलाव इस समस्या को दूर कर सकते हैं? मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने सोशल मीडिया पर एक आसान तरीका साझा किया है, जिससे दोपहर की सुस्ती को कम किया जा सकता है।
आइए जानते हैं कि लंच में किन दो चीजों को शामिल करके आप दिनभर तरोताजा रह सकते हैं।
देसी घी: सेहत का खजाना
रुजुता दिवेकर का कहना है कि रोजाना के खाने में देसी घी को जरूर शामिल करना चाहिए। यह न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत के लिए भी कमाल का है।
देसी घी में मौजूद माइक्रोन्यूट्रिएंट्स शरीर में विटामिन डी और बी12 की कमी को पूरा करते हैं। अगर आपको थायराइड की परेशानी है या स्किन पर पिग्मेंटेशन की समस्या सता रही है, तो लंच में एक चम्मच घी जरूर डालें।
यह वजन को नियंत्रित करने में भी मदद करता है और कब्ज जैसी दिक्कतों को दूर भगाता है। तो अगली बार थाली सजाएं, तो घी को जगह देना न भूलें।
चटनी: स्वाद के साथ सेहत का साथी
खाने में चटनी का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। लेकिन यह सिर्फ स्वाद ही नहीं, सेहत का भी ध्यान रखती है। रुजुता के मुताबिक, तिल, अलसी, नारियल, करी पत्ता, दाल या धनिया से बनी चटनी को अपनी थाली का हिस्सा बनाएं।
ये चटनी शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करती है। मिसाल के तौर पर, धनिया की चटनी इंसुलिन लेवल को संतुलित रखती है, जिससे खाने के बाद ब्लड शुगर का स्तर अचानक नहीं बढ़ता।
वहीं, सफेद तिल की चटनी कैल्शियम की पूर्ति करती है, जिससे विटामिन डी बेहतर तरीके से अवशोषित होता है। नतीजा? दिनभर सुस्ती से छुटकारा और ताजगी का एहसास।
छोटे बदलाव, बड़ा असर
दोपहर की थकान और चिड़चिड़ापन दूर करने के लिए आपको बड़े बदलाव करने की जरूरत नहीं है। बस अपनी थाली में देसी घी और चटनी को शामिल करें।
ये दोनों चीजें न सिर्फ आसानी से उपलब्ध हैं, बल्कि आपके खाने को मजेदार और सेहतमंद भी बनाती हैं।
तो अगली बार जब लंच के बाद नींद सताए, तो चाय की चुस्कियों की जगह इन दो चीजों को आजमाएं और फर्क खुद महसूस करें।