Pooja Ghar Vastu : घर में पूजाघर बनाते समय करें ये वास्तु उपाय, वरना दरिद्रता दे सकती है दस्तक

Pooja Ghar Vastu : हर भारतीय घर में पूजाघर की एक खास जगह होती है—जहां भक्ति, शांति और ऊर्जा का संचार होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर पूजाघर को Vastu Shastra के अनुसार नहीं बनाया गया हो, तो इसका प्रभाव आपकी आर्थिक, मानसिक और पारिवारिक स्थिति पर भी पड़ सकता है?
Vastu Tips For Puja Room को अपनाकर आप न सिर्फ अपने घर की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकते हैं, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि, धन-वृद्धि और शांति को भी आमंत्रित कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं वास्तुशास्त्र के अनुसार पूजाघर बनाते समय किन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
पूजाघर की सही दिशा क्या होनी चाहिए?
East (पूर्व) या North-East (ईशान कोण) को पूजाघर के लिए सबसे शुभ दिशा माना गया है। देवताओं की मूर्तियां भी इसी दिशा में होनी चाहिए ताकि उनकी दृष्टि घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सके। ध्यान रखें कि भगवान की मूर्तियों का मुख South या North की ओर नहीं होना चाहिए।
कौन-सी धातु और रंग लाते हैं शुभता?
पूजा घर में रखी मूर्तियां Brass (पीतल), Copper (तांबा) या Marble (संगमरमर) की होनी चाहिए। इन धातुओं को शुभ और ऊर्जावान माना जाता है। दीवारों का रंग हल्का पीला या सफेद रखें क्योंकि ये रंग मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाते हैं। फर्श भी हल्के रंग के पत्थर का होना चाहिए जैसे कि White Marble।
वास्तु दोष से कैसे बचें?
- पूजाघर के ऊपर या नीचे Toilet (शौचालय) नहीं होना चाहिए।
- Bedroom (बेडरूम) में पूजाघर बनाना वास्तु के अनुसार वर्जित है।
- देवताओं की मूर्तियों की दृष्टि एक-दूसरे पर न पड़े—ये भी एक प्रमुख नियम है।
- Doors & Windows उत्तर या पूर्व दिशा में हों। पश्चिम दिशा में दरवाजे से नकारात्मक ऊर्जा आती है।
- दरवाजा लकड़ी का नहीं बल्कि धातु या अन्य शुभ सामग्री का होना चाहिए।
- पूजाघर में Kalash या Dome (गुंबद) बनाना अवांछनीय माना गया है।
- जहां भगवान का वास है वहां Storage Room या Toilet बनाना वर्जित है।
क्यों जरूरी है वास्तु-अनुसार पूजाघर?
वास्तुशास्त्र केवल वास्तु का विज्ञान नहीं है, ये एक जीवनशैली है जो घर की संरचना और ऊर्जा को संतुलित करता है। एक सही दिशा में बना पूजाघर न सिर्फ आपके जीवन में Financial Growth, Mental Peace, और Spiritual Stability लाता है, बल्कि पूरे परिवार को खुशहाल और रोगमुक्त भी बनाए रखता है।